International Market: महंगाई से जल्द मिल सकती है राहत, जानें क्या है वजह
इस साल मई 2022 में खुदरा महंगाई दर 7.04 % रही, जबकि अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 7.78 % दर्ज की गई थी.
International Market Crude Oil Price : अंतरराष्ट्रीय बाजार International Market में कच्चे तेल से लेकर पाम तेल के दामों में गिरावट का दौर जारी है, जिसके चलते आम जरूरतो की चीजों के दाम में राहत मिलने की उम्मीद है. कच्चे तेल के दाम में गिरावट के रुख से भारत का इम्पोर्ट बिल कम होगा और इससे चालू खाते के घाटे को नियंत्रित करने में मदद मिलेंगी. बता दें कि इस साल मई में खुदरा महंगाई दर 7.04 % रही, जबकि अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 7.78 % दर्ज की गई थी.
महंगाई कैसे होगी कम
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के अनुसार अगर क्रूड की कीमत 105 तक स्थिर रहती है तो पूरे वित्त वर्ष में महंगाई दर घटकर 6.7% रहेगी. कच्चे तेल का दाम घटने से पेट्रोलियम उत्पाद से जुड़े वस्तुओं की कीमतों में कमी आएगी और खुदरा बाजार में पेट्रोल और डीजल के दाम भी कम होंगे. इससे माल ढुलाई का खर्च कम होगा. जिससे खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतें काबू में रहेंगी और ट्रांसपोर्टेशन पर होने वाले खर्च भी कम होंगे. पाम ऑयल के दाम कम होने से भारत में खाद्य तेल की कीमतें कम होंगी.
भारत कर रहा इम्पोर्ट
भारत अपनी जरूरत का 85 % कच्चे तेल का इम्पोर्ट करता है. इसमें 65% खाद्य तेल की जरूरत की पूर्ति होती है और उस इम्पोर्ट में सबसे अधिक हिस्सेदारी पाम ऑयल की है. जून में कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय दाम International Price में 11.5% तो पाम ऑयल Palm Oil के दाम में 37% तक की गिरावट हो चुकी है. पाम ऑयल सस्ता होने से खुदरा महंगाई दर में 4.7 का भार रखने वाले खाद्य तेल की कीमत और कम हो सकती है और बिस्कुट, पेस्ट जैसी कई घरेलू चीजें भी आने वाले महीनों सस्ती हो सकती है.
FMCG में पाम ऑयल का इस्तेमाल
इन सब वस्तुओं के उत्पादन में पाम ऑयल का इस्तेमाल होता है. FMCG कंपनियां भारी मात्रा में पाम ऑयल की खरीदारी करती हैं. आपको बता दें कि कच्चे तेल के दाम बुधवार को 104 डॉलर प्रति बैरल से कम स्तर पर आ गया और पिछले 1 सप्ताह में इसमें 7% से अधिक तो पिछले 1 माह में 11.5 % की गिरावट आई है.
104 से 65 डालर आने की उम्मीद
104 डॉलर प्रति बैरल से आने वाले समय में यह 65 डालर तक पहुंच सकती है. स्टील, तांबा, एल्युमीनियम, शीशा, जिंक, लौह अयस्क में के दाम में पिछले 1 माह में 20 % की गिरावट दर्ज की है. सरकार से स्टील के निर्यात पर शुल्क लगाने से घरेलू स्तर पर स्टील के दाम लगातार कम हो रहे हैं.