Reserve Bank Of India Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में इस बार कोई बढ़ोतरी नहीं की है और लोगों को राहत दी है.. तीन दिन से चल रही आरबीआई की माॅनिटरी पाॅलिसी कमिटी के बैठक के बाद RBI गर्वनर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikant Das) ने कहा कि रेपो रेट में बढ़ोतरी का फैसला नहीं लिया गया है. हालांकि ग्लोबल स्थितियां चुनौतीपूर्ण हैं और इसके असर से भारतीय स्थितियों पर भी असर देखा गया है.आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने बहुमत के साथ ये फैसला लिया है.
ग्रोथ के लिए क्या है RBI का अनुमान
वित्त वर्ष 2024 के लिए आरबीआई ने आर्थिक विकास दर में इजाफा करते हुए इसे 6.4 फीसदी से बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया है. इस तरह आरबीआई को देश की ग्रोथ में बढ़ोतरी का भरोसा है.
देश की जीडीपी को लेकर RBI का क्या है अनुमान
वित्त वर्ष 2024 के लिए आरबीआई ने GDP का अनुमान 6.4 फीसदी से बढ़ाकर 6.5 फीसदी किया है. इसके अलावा वित्त वर्ष 2024 की सभी तिमाही के लिए ग्रोथ अनुमान यहां जानें-
वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में ग्रोथ रेट 7.8 फीसदी
वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में ग्रोथ रेट 6.2 फीसदी
वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में ग्रोथ रेट 6.1 फीसदी
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में ग्रोथ रेट 5.9 फीसदी
महंगाई पर क्या बोले आरबीआई गवर्नर
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि "महंगाई के मोर्चे पर देश के केंद्रीय बैंक के सामने अभी भी कई चुनौतियां हैं और हमारा काम अभी खत्म नहीं हुआ है. जब तक महंगाई दर आरबीआई के तय लक्ष्य के करीब या इसके तहत नहीं आ जाती है, हमें लगातार काम करना होगा."
आरबीआई ने महंगाई का अनुमान घटाया
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024 के लिए महंगाई दर का अनुमान 5.3 फीसदी से घटाकर 5.2 फीसदी कर दिया है. पूरे साल की बात करें तो वित्त वर्ष 2024 के लिए महंगाई दर का अनुमान इस प्रकार है-
वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में महंगाई दर 5.1 फीसदी
वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में महंगाई दर 5.4 फीसदी
वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में महंगाई दर 5.4 फीसदी
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में महंगाई दर 5.2 फीसदी
6.5 फीसदी पर रहेगा रेपो रेट
वित्त वर्ष 2023-24 के पहले मॉनिटरी पॉलिसी के तहत गर्वनर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में बढ़ोतरी नहीं करने की जानकारी दी है. अब आरबीआई रेपो रेट 6.50 फीसदी पर ही रहेगा. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सरकार ने रेपो रेट में आखिरी बढ़ोतरी 8 फरवरी 2023 को की थी.
पिछली आठ मॉनिटरी पॉलिसी में से छह बार हुई है बढ़ोतरी
केंद्रीय बैंक ने आठ मॉनिटरी पॉलिसी बैठकों में से छह बार रेपो रेट में इजाफा किया है. पिछले साल मई से ये सिलसिला शुरू हुआ था. तब आरबीआई रेपो रेट 4 फीसदी पर था और अब रिजर्व बैंक का रेपो रेट 6.5 फीसदी पर पहुंच चुका है. आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास का कहना है कि ग्लोबल स्तर पर बढ़ रहे संकट को ध्यान में रखते हुए भी ये फैसला लिया गया है.
खुदरा महंगाई दर आरबीआई के लक्ष्य के ऊपर
खुदरा महंगाई दर फरवरी में साल दर साल आधार पर 6.44 फीसदी बढ़ी थी, जो जनवरी के 6.52 प्रतिशत से कम रही है. हालांकि पिछले 12 रीडिंग में से 10 के लिए महंगाई दर केंद्रीय बैंक के अनिवार्य लक्ष्य सीमा 2 फीसदी से 6 फीसदी से ऊपर रही है.
ये भी पढ़ें