Retail Inflation Rises: महंगाई की मार बढ़ती ही जा रही है. जनवरी महीने में खुदरा मुद्रास्फीति (Retail inflation) में इजाफा देखने को मिला है. औद्योगिक कर्मचारियों की खुदरा मुद्रास्फीति (Retail inflation for industrial workers) जनवरी में बढ़कर 5.84 फीसदी पर पहुंच गई है. बता दें मुख्य रूप से खाने का सामान महंगा होने की वजह से महंगाई दर में इजाफा देखने को मिला है.
एक साल पहले 3.15 फीसदी थी ये दर
श्रम मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा, ‘‘जनवरी महीने में सालाना आधार पर मुद्रास्फीति बढ़कर 5.84 फीसदी पर पहुंच गई जो इससे पिछले महीने दिसंबर 2021 में 5.56 फीसदी थी. वहीं, एक साल पहले जनवरी, 2021 में यह 3.15 फीसदी थी.
दिसंबर में 125.4 अंक रहा
बयान के मुताबिक, आलोच्य महीने में खाद्य मुद्रास्फीति 6.22 फीसदी रही जो इससे पूर्व दिसंबर महीने में 5.93 फीसदी थी. एक साल पहले जनवरी, 2021 में यह 2.38 फीसदी थी. आंकड़ों के मुताबिक, अखिल भारतीय सीपीआई-आईडब्ल्यू (CPI-IW) जनवरी, 2022 में 0.3 अंक घटकर 125.1 अंक रहा. यह दिसंबर, 2021 में 125.4 अंक था.
खाने-पीने के सामान की वजह से बढ़ी महंगाई
एक महीने में प्रतिशत बदलाव के आधार पर पिछले महीने के संदर्भ में इसमें 0.24 फीसदी की कमी आई है. मौजूदा सूचकांक में बदलाव का मुख्य कारण खाद्य और पेय पदार्थ समूह का योगदान है. कुल बदलाव में इसकी 0.82 फीसदी अंक की हिस्सेदारी रही है. जिंसों के आधार पर ताजा मछली, सरसों तेल, सेब, गाजर, प्याज, आलू आदि के कारण सूचकांक नीचे आया है. हालांकि, मकान किराया, चावल, गेहूं, मांस आदि के दामों में तेजी ने गिरावट पर अंकुश लगाया.
लुधियाना में हुआ सबसे ज्यादा इजाफा
केंद्र स्तर पर पुडुचेरी में सर्वाधिक 7.3 फीसदी की कमी आई है. दूसरी तरफ, लुधियाना में सबसे अधिक 2.3 फीसदी का इजाफा हुआ है.
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