Retail Inflation in India: दिसंबर में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) में गिरावट आई थी. दिसंबर 2022 के दौरान खुदरा महंगाई दर घटकर एक साल के निचले स्तर 5.72 पर आ चुकी है. वहीं अब एक और राहत भरी खबर सामने आई है. SBI रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation in India) मार्च 2023 तक 5 फीसदी पर आ जाएगी. 


SBI रिसर्च ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) पर आधारित भारत की खुदरा मुद्रास्फीति दर RBI के 6 प्रतिशत से नीचे रहने की उम्मीद है और मार्च 2023 तक घटकर 5 प्रतिशत हो जाएगी. सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से गुरुवार को खुदरा महंगाई दर का डाटा शेयर किया गया था. दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर 5.72 फीसदी रही है. 


एक साल के निचले स्तर पर खुदरा महंगाई दर 


वहीं खुदरा महंगाई दर नवंबर में 5.88 प्रतिशत और अक्टूबर में 6.77 प्रतिशत रही है, जबकि भारत में खुदरा महंगाई दर तीन तिमाही से अक्टूबर में तक 6 फीसदी से अधिक रही थी. सीपीआई मुद्रा​स्फीति दिसंबर 2022 में 12 महीने के निचले स्तर 5.72 प्रतिशत पर आ गई है. खासकर सब्जियों और दैनिक यूज के कुछ सामानों के दाम में गिरावट के कारण खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है.  


रेपो रेट में बढ़ोतरी की उम्मीद कम 


भारतीय स्टेट बैंक के समूह मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट लिखी है. इसमें कहा गया है​ कि बदलते परिदृश्य के खिलाफ आगे रेपो रेट में बढ़ोतरी की उम्मीद कम है. अभी बढ़ी हुई रेपो रेट का प्रभाव पूरी तरह से नहीं पड़ा है. बता दें कि आरबीआई की ओर से बढ़ती मुद्रास्फीति के खिलाफ रेपो रेट में मई 2022 से 225 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी. आरबीआई रेपो रेट अभी 6.25 प्रतिशत पर है. 


आखिरी बार कब बढ़ाया गया था रेपो रेट 


​केंद्रीय बैंक ने आखिरी बार 7 दिसंबर को रेपो रेट में इजाफा किया था. नीतिगत रेपो दर में 35 आधार अंकों की वृद्धि की गई थी. पिछले साल यह बढ़ोतरी आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने मुद्रास्फीति की कमी करने के लिए की गई थी. आरबीआई की अगली तीन दिवसीय मौद्रिक नीति बैठक 6-8 फरवरी को होनी है. 


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