Retirement Planning: नए साल में अभी से शुरू कर दें रिटायरमेंट प्लानिंग! जानें कहां निवेश कर तैयार कर सकते हैं करोड़ों का फंड!
Retirement Planning Tips: नया साल 2025 शुरू हो चुका है. ऐसे में फाइनेंशियल सिक्योरिटी के लिए आप अभी से निवेश की रणनीति बनाने के साथ रिटायरमेंट प्लानिंग करना शुरू कर दें.
Retirement Planning: हर व्यक्ति अपने जीवन में समय पर रिटायरेंट प्लानिंग (Retirement Planning) कर ले तो बुढ़ापा बिना तनाव के बेहद सुखद गुजर सकता है. अपने फाइनेंशियल सिक्योरिटी (Financial Security) के लिए हर व्यक्ति को रिटायरमेंट प्लानिंग जरूर करना चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि वर्किंग लाइफ में आते ही सही निवेश की रणनीति तैयार की जाए जिससे रिटॉयरमेंट के समय तक अपने लिए बड़ा फंड तैयार किया जा सके. आज के दौर में किसी भी व्यक्ति के लिए निवेश और बचत के कई सारे साधन उपलब्ध हैं जिससे बेहतर रिटायरमेंट प्लानिंग की जा सकती है.
इनमें निवेश कर बनाएं बड़ा कॉरपस
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए कोई भी व्यक्ति सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plans) के जरिए म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में, रियल एस्टेट (Real Estate) में जिसमें कमर्शियल से लेकर रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी शामिल है और इसके अलावा नेशनल पेंशन स्कीम (National Pension Scheme) और एम्पलॉय प्रॉविडेंट फंड (Employees Provident Fund) में निवेश कर रिटॉयरमेंट की उम्र के आने तक अपने लिए बड़ा कॉरपस तैयार कर सकता है.
म्यूचुअल फंड में SIP निवेश
भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ दशकों में जोरदार तेजी देखने को मिली है. इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीमों (Equity Mutual Fund Schemes) में ये देखा गया है कि जिन लोगों ने सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए सालों से निवेश किया है उन्होंने अपने लिए एक बड़ा कॉरपस बनाने में सफलता हासिल की है. भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के ग्रोथ में तेज उछाल के चलते शेयर बाजार बाजार में भी आने वाले दिनों में तेजी बनी रहेगी. ऐसे में अपने फाइनेंशियल एडवाइजर्स की मदद से आप इक्विटी म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि के लिए एसआईपी के जरिए निवेश कर शानदार कॉरपस तैयार कर सकते हैं.
EPF में निवेश
संगठित क्षेत्र में काम करने वाले एम्पलॉयज सबसे सुरक्षित माने जाने वाले ईपीएफ में निवेश करते हैं. कर्मचारियों को अपने बेसिस सैलेरी का 12 फीसदी ईपीएफ में योगदान करना होता है. और 12 फीसदी नियोक्ता की ओर से कंट्रीब्यूट किया जाता है जिसमें 8.33 फीसदी रकम एम्पलॉय पेंशन स्कीम (EPS) में और 3.67 फीसदी ईपीएफ (EPF) में कंट्रीब्यूट किया जाता है. वित्त वर्ष 2023-24 में सरकार ने ईपीएफ पर 8.25 फीसदी रिटर्न दिया है. ऐसे में लंबे समय तक नौकरी करने पर कोई भी कर्मचारी ईपीएफ में रिटायरमेंट के लिए बड़ा फंड बना सकते हैं.
NPS में निवेश कर करें रिटायरमेंट प्लानिंग
पेंशन रेगुलेटर पीएफआरडीए (PFRDA) की ओर से संचालित नेशनल पेंशन स्कीम में भी निवेश कर कोई भी व्यक्ति अपने लिए बड़ा कॉरपस तैयार कर सकता है. एनपीएस में इक्विटी और डेट दोनों ही में निवेश किया जाता है. और जिस भी कर्मचारी की उम्र कम है वे चाहे तो एनपीएस के अग्रेसिव लाइफसाइकिल फंड जिसमें 75:25 के अनुपात में इक्विटी और डेट में एक्सपोजर ले सकते हैं जिससे शेयर बाजार में तेजी के दौरान उनका फंड कमाल दिखा सकता है. एनपीएस के ऑटो रिबैलेसिंग फीचर के जरिए सब्सक्राइबर्स के उम्र को ध्यान में रखते हुए इक्विटी और डेट में निवेश के अनुपात में बदलाव होता रहता है. नेशनल पेंशन स्कीम के पोर्टल पर निवेशकों को हर अवधि पर निवेश बढ़ाने की भी सलाह दी जाती है जिससे पेंशन इनकम में बढ़ोतरी हो सके.
रियल एस्टेट में निवेश
हर व्यक्ति का अपने घर का सपना दखता है. ऐसे में रियल एस्टेट सेक्टर में हाउसिंग हो या कमर्शियल या फिर दोनों में ही जरूर निवेश करने के लिए रणनीति जरूर तयार करना चाहिए. कमर्शियल प्रॉपर्टी से हर महीने रेंट के जरिए इनकम होता रहेगा. साथ ही रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी किसी भी व्यक्ति को फाइनेंशियल सिक्योरिटी प्रदान करता है. ऐसे में रिटायरमेंट कॉरपस का 60 फीसदी रकम रियल एस्टेट में निवेश करना चाहिए.
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