Retirement Planning: SIP, EPF और NPS को मिलाकर ऐसे बनाएंगे प्लान तो बुढ़ापे में काटेंगे चांदी!
Financial Future: अगर आप अपने जमा पैसे को एसआईपी, ईपीएफ और एनपीएस को मिलाकर सही तरीके से निवेश करते हैं तो रिटायर्ड होने के बाद भी आपको वेतन की तरह आमदनी का मजा मिलता रहेगा.
Old Age Income : बुढ़ापा से किसे डर नहीं लगता है. जब शरीर थक जाता है. दिमाग से लेकर हाथ तक की मजबूती साथ छोड़ने लगती है. रिटायरमेंट के बाद आमदनी का कोई सहारा नहीं होता है. ऐसे में चिंता तो स्वाभाविक है. परंतु अगर आप समय रहते प्लानिंग करेंगे तो आपका बुढ़ापा कटेगा ही नहीं बल्कि मजेदार भी बीतेगा. सबसे पहली बात तो यह है क्या आप इसके लिए अच्छा पैसा बचा रहे हैं? अगर आप पैसा अच्छा बचा रहे हैं तो क्या उसे अच्छे तरीके से जमा कर रहे हैं? अगर ऐसा है तो बस आप उस जमा को निवेश में बदल डालिए. सोच-समझकर अगर आप अपने जमा पैसे को एसआईपी, ईपीएफ और एनपीएस को मिलाकर सही तरीके से निवेश करते हैं तो रिटायर्ड होने के बाद भी आपको वेतन की तरह आमदनी का मजा मिलता रहेगा.
फाइनेंशियल फ्यूचर के लिए करें सेफ प्लानिंग
फाइनेंशियल फ्यूचर के लिए सेफ प्लानिंग कर आप रिटायर्ड होने के बाद की आर्थिक समस्या से निजात पा सकते हैं. इंडस्ट्री के एक्सपर्ट बताते हैं कि रिटायरमेंट के वक्त की जरूरतों के लिए एक्टिव प्लानिंग करनी चाहिए. चार चरणों में अपने एसआईपी में निवेश करने चाहिए. यह आपको महंगाई से 10 फीसदी ज्यादा का सालाना आधार पर रिटर्न देगा. आपको अपने प्रॉविडेंट फंड में भी अच्छी-खासी राशि जमा करनी चाहिए. यह 8.15 फीसदी का रिटर्न देता है. इसलिए अपने ईपीएफ में 12 फीसदी से अधिक का योगदान देना चाहिए. अगर आप 45 साल से कम के हैं तो एनपीएस में भी अच्छा खासा योगदान दे सकते हैं. एनपीएस इक्विटी और डेट का मिक्स लाइफस्टाइल फंड है. इसमें 75 फीसदी इक्विटी और 25 फीसदी डेट मिक्स रहता है.
रियल एस्टेट में निवेश भी है अच्छा विकल्प
आपके रियल एस्टेट पोर्टफोलियो की प्लानिंग पर भी आपके बुढ़ापे का मजेदार भविष्य टिक सकता है. इसलिए रेसिडेंशियल और कॉमर्शियस प्रॉपर्टी में निवेश करें. यह आपको 8-9 फीसदी का सालाना रिटर्न दे सकता है.
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