आरएफएल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में ईडी ने एक साथ कई जगहों की तलाशी ली है, जिनमें रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड और आरएचसी होल्डिंग्स के दफ्तर भी शामिल हैं.
एक साथ नौ जगहों पर रेड
ईडी ने यह कार्रवाई शुक्रवार को देर शाम की. ईडी ने यह एक्शन 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा के आरएफएल (रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड) मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इसकी जानकारी मामले से जुड़े सूत्रों ने शनिवार को दी. रिपोर्ट के अनुसार, ईडी ने एक साथ नौ जगहों की तलाशी ली.
ईडी को हाथ लगे कई दस्तावेज
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ईडी ने शुक्रवार को तलाशी की शुरुआत की और शनिवार की सुबह तक कार्रवाई जारी रही. ईडी की इस कार्रवाई में कई दस्तावेज मिले और जांच एजेंसी को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े सबूत भी हाथ लगे. ईडी की इस कार्रवाई के दौरान यह भी पता लगा कि मनी लॉन्ड्रिंग के पैसों का किस तरह से इस्तेमाल किया गया.
कंपनी ने दी ये जानकारी
वहीं दूसरी ओर रेलिगेयर का कहना है कि ईडी की यह कार्रवाई खुद कंपनी के द्वारा की गई शिकायत के बाद हुई है. कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड के मौजूदा प्रबंधन ने कॉरपोरेट लोन बुक की चल रही जांच के संबंध में ईडी के पास एक शिकायत दर्ज की थी, ताकि जांच की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ सके. उसके आधार पर ईडी ने यह कार्रवाई की.
2019 से चल रही है जांच
आपको बता दें कि रेलिगेयर के पूर्व प्रवर्तकों मालविंदर मोहन सिंह, शिविंदर मोहन सिंह और उनके सहयोगियों के ऊपर कंपनी के फंड का हेर-फेर करने का आरोप है. इसी संबंध में ईडी की जांच चल रही है. आरएफएल मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी की जांच 2019 में शुरू हुई थी. इस मामले में मालविंदर मोहन सिंह और शिविंदर मोहन सिंह समेत कई लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
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