Wealth of Rich Indians: भारत की इकोनॉमी में पिछले कुछ सालों से तेज उछाल जारी है. इसके साथ ही देश में अमीरों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है. देश में न सिर्फ अरबपतियों और करोड़पतियों की संख्या बढ़ती जा रही है, बल्कि लखपतियों का नंबर भी उछाल पर है. हाल ही में आई एक रिपोर्ट से पता चला है कि देश में हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल (HNI) और अल्ट्रा हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल (UHNI) के एसेट 2023 में 1.2 ट्रिलियन डॉलर थे. रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2028 तक अमीरों के एसेट 2.2 ट्रिलियन डॉलर हो जाएंगे. इनमें सालाना लगभग 14 फीसदी का उछाल आ रहा है. 


लखपति और करोड़पतियों की संख्या भी तेजी से बढ़ी 


सेंट्रम इंस्टीटूशनल रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 5 साल में भारत में लोगों की कमाई तेजी से बढ़ी है. सालाना 10 करोड़ रुपये कमाने वालों की संख्या 63 फीसदी उछलकर 31,800 हो चुकी है. साथ ही सालाना 50 लाख रुपये कमाने वालों की संख्या भी 25 फीसदी बढ़कर 10 लाख से ज्यादा हो चुकी है. इसके अलावा 5 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों की संख्या 58,200 हो चुकी है. इस आंकड़े में 5 साल में 49 फीसदी का उछाल आया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019 से 2024 के बेच भारतीय अमीरों की संख्या और उनकी दौलत में बहुत ज्यादा इजाफा हुआ है. 


5 साल में लगभग दोगुनी हो गई अमीरों की कुल आय 


रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सालाना 50 लाख रुपये कमा रहे लोगों की कुल आय इन 5 सालों में 64 फीसदी बढ़कर 49 लाख करोड़ रुपये हो गई है. इसके अलावा सालाना 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों की कुल आय 2019 से 2024 के बीच 121 फीसदी बढ़कर 38 लाख करोड़ रुपये हो गई है. इसके अलावा सालाना 5 करोड़ रुपये देने से ज्यादा कमाने वालों की कुल आय 106 फीसदी बढ़कर 40 लाख करोड़ रुपये हो गई है. 


15 फीसदी फाइनेंशियल वेल्थ ही प्रोफेशनली हो रही मैनेज 


रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि देश में HNI और UHNI के एसेट 2023 में 1.2 ट्रिलियन डॉलर थे, जो कि 2028 तक 2.2 ट्रिलियन डॉलर हो जाएंगे. इनमें सालाना लगभग 14 फीसदी का उछाल आ रहा है. हालांकि, देश की सिर्फ 15 फीसदी फाइनेंशियल वेल्थ को ही प्रोफेशनली मैनेज किया जाता है जबकि बड़ी इकोनॉमी वाले देशों में यह आंकड़ा 75 फीसदी है.


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