मुंबई: उछाल वाले शेयरों के साथ कॉर्पोरेट फंड इनफ्लो बढ़ने से आने वाले सप्ताह में भारतीय रुपये में मजबूती आने की उम्मीद है. विश्लेषकों ने पिछले सप्ताह के 73.80 से लेकर 74.88 तक के अनुमान से अब रुपये के 73.60 से 74.40 के बीच होने की भविष्यवाणी की है.


फॉरेक्स एंड रेट्स, एडलवाइज सिक्योरिटीज प्रमुख सजल गुप्ता ने कहा, "वैश्विक स्तर पर कोरोना के मामलों में वृद्धि से बाजारों पर जोखिम बना रहेगा, जबकि वैक्सीन के विकसित होने से उम्मीदें अधिक बनी रहेंगी. इसके अलावा, यूएस फेड की दरों को कम रखने वाली प्रतिबद्धता से बाजार में उछाल में मदद मिलनी चाहिए."


गुप्ता ने कहा, "रिलायंस रिटेल हिस्सेदारी की बिक्री के संबंध में एक और बड़ी घोषणा से रुपये को मजबूत स्थिति में रखने में मदद मिलेगी." पिछले हफ्ते रुपया 74.08 के स्तर पर बंद हुआ था. एचडीएफसी सिक्योरिटीज में रिटेल रिसर्च के उप प्रमुख देवर्श वकील ने भी अगले सप्ताह के पास रुपये के मजबूत होने के संकेत दिए हैं.


इसके अलावा, विश्लेषकों ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के शुरुआती नतीजे भी इसे प्रभावित करेंगे. गौरांग सोमैया, फॉरेक्स एंड बुलियन एनालिस्ट, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसार, "उम्मीद है कि मुद्रास्फीति कुछ अधिक हो सकती है और इससे रुपये में बढ़त दर्ज की जा सकती है. साथ ही रुपये की अस्थिरता पर अंकुश लगाया गया है, क्योंकि आरबीआई मुद्रा के मूल्यह्रास पर अंकुश लगाने के लिए हस्तक्षेप कर रहा है."


उन्होंने यह भी कहा कि निवेशकों को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव परिणामों पर अधिक स्पष्टता की भी प्रतीक्षा होगी. इसके अलावा सोमैया को उम्मीद है कि रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सकारात्मक तौर पर मजबूती की ओर बढ़ते हुए 73.50 और 74.50 के दायरे में रहेगा.