Inflation Impact Rise in Interest Rates: बढ़ती महंगाई ( Rise in Inflation) के चलते अलग अलग देशों में ब्याज दरें बढ़ने का सिलसिला शुरू हो चुका है. बैंक ऑफ इंग्लैंड ( Bank of England ) ने अपने बेंचमार्क रेट्स को 0.10 फीसदी से बढ़ाकर 0.25 फीसदी करने का फैसला लिया है.
दरअसल यूके में महंगाई दर नवंबर के महीने में 5.1 फीसदी तक जा पहुंचा है. जो कि बैंक ऑफ इंग्लैंड के खुद के अनुमान से दोगुना है. महंगाई पर नकेल कसने के मकसद से ये फैसला लिया गया है.
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वहीं बैंक ऑफ इंग्लैंड के इस कदम के बाद भारत में भी ब्याज दर बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है. दरअसल नवंबर महीने के लिये होलसेल महंगाई दर के जो आंकड़े आए हैं वो तीन दशकों में सबसे ज्यादा 14 फीसदी से भी ज्यादा है. हाल ही में आरबीआई ने मौद्रिक नीति की समीक्षा की थी लेकिन महंगाई ज्यादा होने के बावजूद ब्याज दरों को बढ़ाने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया. लेकिन माना जा रहा है कि नए साल में ब्याज दरों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है.
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ब्याज दरें बढ़ी तो डिपॉजिटर्स को तो फायदा होगा जो सस्ते ब्याज दरों से परेशान हैं लेकिन बैंक से कर्ज लेने वालों पर महंगी ईएमआई का झटका लग सकता है क्योंकि होमलोन से लेकर कार लोन एजुकेशन लोन महंगा हो सकता है.