OYO IPO: सितंबर 2022 के बाद आ सकता है OYO का आईपीओ, कंपनी छोटा कर सकती है आईपीओ का साइज
OYO IPO Plans: मौजूदा समय में शेयर बाजार में भारी उठापटक देखा जा रहा है. ऐसे में OYO फिलहाल कोई जोखिम नहीं लेना चाहती. यही वजह है कि कंपनी सितंबर बाद आईपीओ लेकर आएगी.
OYO IPO Update: हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल टेक कंपनी OYO सितंबर 2022 को बाद अपना आईपीओ लेकर आ सकती है. कंपनी ने शेयर बाजार के रेग्युलेटर सेबी के पास अपडेटेड फाइनैंशियल स्टेटमेंट दाखिल करने की अनुमति मांगी है. पहले OYO आईपीओ के जरिए 8,430 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही थी. कंपनी आईपीओ लाकर कंपनी का 11 अरब डॉलर का वैल्युएशन आंक रही थी लेकिन माना जा रहा है कि वैल्युएशन को घटाकर 7 से 8 अरब डॉलर रखा जा सकता है. यानि संकेत साफ है कंपनी आईपीओ के साइज को छोटा भी कर सकती है.
आईपीओ को पहले ही मिल चुकी है मंजूरी
दरअसल OYO ब्रांड की मालिकाना हक वाली कंपनी Oravel Stays Limited को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के लिए मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से सैद्धांतिक तौर पर पहले ही मंजूरी मिल चुकी है. कंपनी ने बीते वर्ष अक्टूबर महीने में 8,430 करोड़ रुपये के आईपीओ लाने के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट डॉक्युमेंट फाइल किया था.
लिस्टिंग की सफलता पर सवाल
दरअसल मौजूदा समय में शेयर बाजार में भारी उठापटक देखा जा रहा है. आईपीओ बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा एलआईसी का आईपीओ अपने इश्यू प्राइस के नीचे ट्रेड कर रहा है. ऐसे में OYO फिलहाल कोई जोखिम नहीं लेना चाहती. यही वजह है कि कंपनी सितंबर बाद आईपीओ लाने के साथ ही साइज भी छोटा करने जा रही है. वैसे भी जितने भी टेक आईपीओ 2021 में आईपीओ आए थे उनके शेयरों की जबरदस्त पिटाई हुई है. जिसमें पेटीएम, पॉलिसी बाजार, कारट्रेड, जोमैटो के शेयर बड़ा उदाहरण है. कंपनी द्वारा दाखिल किए गए DHRP के मुताबिक 2020-21 में कंपनी को 1744.7 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था.
रितेश अग्रवाल हैं फाउंडर
OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल की कंपनी में 33 फीसदी हिस्सेदारी है और वे आईपीओ में अपनी हिस्सेदारी नहीं बेचेंगे. वहीं Softbank Vision Fund, जो OYO में सबसे बड़ा निवेशक है और 46 फीसदी जिसकी हिस्सेदारी है कंपनी में 2 फीसदी अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है.
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