नोटबंदी के बाद 6.78 लाख करोड़ रुपये वापस बैंकों में डाले गए
नई दिल्लीः सरकार ने नोटबंदी के बाद पैसे की निकासी और जमा होने से जुड़े अहम आंकड़े जारी कर दिए हैं जिनके जरिए बताया गया है कि सरकार ने नोटबंदी के बाद जमा हुए कुल रकम में से 6.78 लाख करोड़ रुपये वापस बैंकों में डाल दिए हैं. ये रकम 10 नवंबर से 13 जनवरी के दौरान बैंकों में डाली गई है.
सरकार का विमुद्रीकरण का काम काफी तेजी से चल रहा है और इसके जरिए सरकार देश में कैश की स्थिति बेहतर करने की तरफ तेजी से बढ़ रही है. सरकार ने 6.78 करोड़ रुपये की रकम का विमुद्रीकरण कर दिया है और कुल 9.1 लाख करोड़ रुपये इस समय देश में मौजूदा करेंसी के तौर पर चल रहे हैं.
वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने राज्यसभा में इसकी जानकारी देते हुए ये जानकारी दी. वो सदन में पुराने नोटों के बदले नए नोटों की उपलब्धता कब तक पूरी हो जाएगी इस सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंनें बताया कि सरकार ने दुर्गम इलाकों में पैसा पहुंचाने के लिए हवाई मार्ग तक का भी रास्ता लिया जिससे सुदूर इलाकों तक पैसा आसानी से भेजा जा सके.
नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा पुराने नोट 10 दिसंबर 2016 तक आरबीआई के पास 12.44 लाख करोड़ रुपये के नोट 500 और 1000 के पुराने नोटों की शक्ल में जमा हो चुके थे.
सरकार ने ये भी जानकारी दी कि 8 नवंबर यानी नोटबंदी से पहले 94,899.23 मिलियन नोट देश में चलन में थे जिनमें सभी डिनोमिनेशन के नोट शामिल थे. राम मेघवाल ने ये भी साफ कर दिया कि सरकार की फिलहाल 1000 रुपये का नया नोट लाने की कोई योजना नहीं है क्योंकि देश में बड़ी करेंसी नोट के लिए 2000 रुपये का नोट पहले ही लाया जा चुका है और इससे देशवासियों की बड़े नोट की जरूरतें पूरी हो रही हैं.