रुचि सोया का आएगा FPO, शेयर बेचकर 4300 करोड़ रुपये जुटाने की है कंपनी की योजना
रुचि सोया को पतंजलि आयुर्वेद ने साल 2019 में दिवाला संहिता के तहत ऋण समाधान प्रक्रिया के जरिए 4,350 करोड़ रुपए में अधिग्रहण किया था.
![रुचि सोया का आएगा FPO, शेयर बेचकर 4300 करोड़ रुपये जुटाने की है कंपनी की योजना Ruchi Soya has filed a draft red herring prospectus dated with the market regulator SEBI for FPO रुचि सोया का आएगा FPO, शेयर बेचकर 4300 करोड़ रुपये जुटाने की है कंपनी की योजना](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/29/f5c291555d65a153a2d263d1bf3bc922_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद के स्वामित्व वाली रुचि सोया कंपनी की तरफ से इस महीने की 12 जून को सेबी के पास FPO का मसौदा जमा कराया है. कंपनी के शेयरों की बिक्री के जरिए 4,300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. रुचि सोया का फॉलो ऑन पब्लिक इश्यू के जरिए शेयर बेचा जाएगा. इसके अगले महीने मंजूरी मिलने की संभावना है.
कंपनी की ओर से 4,300 करोड़ रुपये जुटाने के लिए एक प्रस्ताव सेबी के पास मंजूरी के लिए दिया है. ये FPO भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड के शेयर सूचीबद्धता के न्यूनतम सार्वजनिक शेयर के नियम को पूरा करने के लिये लाया जा रहा है, जिसके तहत सूचीबद्ध कंपनी का कम से कम 25% बाजार में होना चाहिए.
कंपनी ने नियामकीय सूचना में कहा कि उसके बोर्ड की ओर से गठित और प्राधिकृत निर्गम समिति ने शेयरों की और सार्वजिनक बिक्री के जरिए धन जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. रुचि सोया को पतंजलि आयुर्वेद ने साल 2019 में दिवाला संहिता के तहत ऋण समाधान प्रक्रिया के जरिए 4,350 करोड़ रुपए में अधिग्रहण किया था. कंपनी तेल मिल, फूड ऑयल प्रोसेसिंग और सोया प्रोडक्ट्स आदि का कारेाबार करती है. महाकोष, सनरिच, रुचि गोल्ड और न्यूट्रेला कंपनी के टॉप ब्रांड हैं.
इधर बाबा रामदेव के स्वामित्व वाली पतंजलि की तरफ से रुचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड (रुचि सोया) का अधिग्रहण करने के बाद रुचि सोया का अधिग्रहण से लेकर अब तक का सर्वाधिक 1018 करोड़ रुपये EBITDA (यानि वह लाभ जिसमें से ब्याज, टैक्स, मूल्यहास, और ऋण मुक्ति घटाया न गया हो) रहा. वित्तीय वर्ष 2021 में EBITDA में 122 फीसदी की वृद्धि के साथ यह 1018.37 करोड़ रुपये हो गया. जो 1986 में इसकी स्थापना के बाद से अब तक का सर्वाधिक EBITDA है.
31 मार्च 2021 को खत्म हुए तिमाही में कंपनी का EBITDA 5.57 फीसदी बढ़कर 270.60 करोड़ रुपये हुआ जो साल-दर साल 272 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोत्तरी को दर्शाता है. एफएमसीजी में 24.35 फीसदी की वृद्धि के साथ राजस्व बढ़कर 16 हजार 383 करोड़ पर पहुंच गया. तिमाही के दौरान कंपनी की आय 51% बढ़कर 4859.5 करोड़ रुपये हो गई.
ये भी पढ़ें: रुचि सोया का लाभ पतंजलि अधिग्रहण के बाद बढ़कर हुआ 1018 करोड़, स्थापना के बाद से अब तक का सर्वाधिक
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/e4a9eaf90f4980de05631c081223bb0f.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)