Rupee At Record Low: रुपये की गिरती कीमतों के कारण (Declining Rupee) एक्सपर्ट्स लगातार अपनी चिंताएं व्यक्त कर रहे हैं. आज भी करेंसी बाजार (Currency Market) में भारतीय रुपया (Indian Rupee) गिरावट के साथ खुला है. शुरुआती कारोबार में रुपये डॉलर के मुकाबले 12 रुपये गिरकर 82.90 के स्तर पर पहुंच गया है. वहीं कुछ दिन पहले ही रुपये में भारी गिरावट के बाद 83.29 रुपये प्रति डॉलर तक पहुंच गया था. रुपये की गिरती कीमतों पर एक्सपर्ट्स अपनी चिंता व्यक्त कर रहे हैं. इस मामले पर विपक्ष सरकार को लगातार निशाने पर लिए हुए हैं. अब इस मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने पीएम मोदी को सलाह की है.पी चिदंबरम ने कहा कि सरकार को रुपये की गिरती कीमतों पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है.
सरकार को पूर्व RBI गवर्नर से सलाह लेने की दी नसीहत
पी चिदंबरम (P.Chidambaram) ने मोदी सरकार (Modi Government) को सलाह दी कि वह रुपये की गिरती कीमतों को कंट्रोल करने के लिए पूर्व आरबीआई गवर्नर डॉ रघुराम राजन (Former RBI Governor Raghuram Rajan), डॉ वाई वी रेड्डी और डॉ राकेश मोहन के साथ मीटिंग करें. इसके साथ ही मोंटेक सिंह अहलूवालिया, वाईवी रेड्डी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) और आरबीआई के मौजूदा गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) और अधिकारियों का भी इस बैठक में मौजूद रहना जरूरी है.
अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस मामले पर जानकारी देते हुए चिदंबरम ने लिखा कि रुपये की गिरती कीमतों के सामने सरकार इस समय असहाय दिख रही है. रुपये की गिरावट के कारण देश में महंगाई, चालू खाता घाटा और ब्याज दरों में बढ़ोतरी जैसी परेशानियां हो रही है. ध्यान देने वाली बात ये है कि यूपीए सरकार में रघुराम राजन, सी रंगराजन और वाईवी रेड्डी आरबीआई गवर्नर रह चुके हैं. वहीं राकेश मोहन आरबीआई के डिप्टी गवर्नर और मोंटेक सिंह अहलूवालिया योजना आयोग के उपाध्यक्ष रहे हैं.
मोदी सरकार के कड़े आलोचक रहे हैं रघुराम राजन
आपको बता दें कि रघुराम राजन को मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों का कड़ा आलोचक माना जाता है. रघुराम राजन ने मोदी सरकार की नोटबंदी जैसे फैसलों की कड़ी आलोचना करते हुए अर्थव्यवस्था में सुधार लाने पर जोर देने की सलाह दी है. कई बार बीजेपी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार केवल उन लोगों को पसंद करती है जो उनकी नीतियों की वाह वाह करते हैं. मोदी सरकार को अपने आलोचक पसंद नहीं है. पी.चिदंबरम की सलाह पर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा कि चिदंबरम ने जिन लोगों के नाम की सलाह दी है उन सभी के समय देश आर्थिक उन्नति में पिछड़ गया था.
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