भारतीय करेंसी रुपये के भाव में लगातार गिरावट देखी जा रही है. सोमवार को एक बार फिर से अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपये के भाव में गिरावट दर्ज की गई. इसके साथ ही भारतीय करेंसी अपने लाइफटाइम लो लेवल तक गिर गई. यह गिरावट ऐसे समय आई है, जब सोमवार के कारोबार में घरेलू शेयर बाजार में भी गिरावट देखी गई है.


अब इतना रह गया है भाव


अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार के कारोबार में रुपये के भाव में 7 पैसे की गिरावट दर्ज की गई. इसके साथ भारतीय करेंसी डॉलर के मुकाबले 83.34 रुपये पर आ गई. यानी अब एक डॉलर का भाव 83.34 रुपये के बराबर हो गया. एक दिन पहले यानी पिछले सप्ताह के शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 83.27 पर रहा था. इस तरह सोमवार के कारोबार में भाव में 0.08 फीसदी की गिरावट आई.


ये है इतिहास का सबसे निचला स्तर


आज के कारोबार में गिरावट भले ही मामूली रही, लेकिन इसके साथ ही भारतीय करेंसी का भाव अपने ऑल टाइम लो लेवल यानी इतिहास के सबसे निचले स्तर पर आ गया. इससे पहले 10 नवंबर को भी रुपया इसी स्तर पर बंद हुआ था. 10 नवंबर के कारोबार के दौरान रुपया और नीचे तक गिरा था. उस दिन के कारोबार में एक समय भाव 83.42 तक डाउन हुआ था.


इन कारणों से रुपये पर है दबाव


रुपये में इस गिरावट के लिए डॉलर की तेजी जिम्मेदार नहीं है. छह प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में अमेरिकी डॉलर की ताकत बताने वाला डॉलर इंडेक्स आज 0.42 फीसदी गिरकर 103.48 पर कारोबार कर रहा है. यह सितंबर के बाद डॉलर इंडेक्स के सबसे निचले स्तर में से एक है. अभी रुपये के भाव में गिरावट का मुख्य कारण कच्चा तेल है. इसके अलावा सरकारी बैंकों की तरफ से आ रही डॉलर की डिमांड भी रुपये की कमजोरी के लिए जिम्मेदार है.


शेयर बाजार ने भी डाला असर


अन्य फैक्टर्स में घरेलू शेयर बाजारों की गिरावट और विदेशी निवेशकों की बिकवाली शामिल है. आज सोमवार को घरेलू शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट आई है. आज सेंसेक्स 139.58 अंक और निफ्टी करीब 37 अंक के नुकसान के साथ बंद हुआ है. इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स में 187.75 अंक की और निफ्टी में 33.40 अंक की गिरावट आई थी.


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