Rupee at All time Low: रुपया और कितना गिरेगा? ये सवाल अब लगातार लोगों के दिमांग में कौंध रहा है. क्योंकि हर दिन रुपया गिरावट का नया रिकॉर्ड बना रहा है. गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के अपने ऐतिहासिक निचले स्तर 77.72 रुपये पर गिरकर बंद हुआ है. बीते 10 दिनों से रुपया डॉलर के मुकाबले लगातार लुढ़कता जा रहा है.
पांच दिनों से गिरावट का बना रहा रिकॉर्ड
गुरुवार 19 मई को रुपया 77.72 प्रति डॉलर पर गिरकर बंद हुआ है जो अब तक का सबसे निचला स्तर है. बुधवार 18 मई को रुपया 77.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. मंगलवार 17 मई को रुपया 77.44 प्रति डॉलर पर क्लोज हुआ था. सोमवार 16 मई को रुपया 77.55 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. जबकि इससे पहले ट्रेडिंग सेशन में शुक्रवार 13 मई को रुपया 77.50 प्रति डॉलर पर क्लोज हुआ था.
आरबीआई के हस्तक्षेप के बावजूद नहीं थम रहा
रुपया में गिरावट को थामने के लिए आरबीआई नई कई कदम उठाये हैं. आरबीआई ने डॉलर बेचें हैं. लेकिन विदेशी निवेशक लगातार भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली कर निवेश निकाल रहे हैं जिससे रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर होता जा रहा है. मई महीने में विदेशी निवेशक अब तक 30,000 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं. 2022 में अब तक विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों से 1.57 लाख करोड़ रुपये वापस निकाल चुके हैं. रुपये को नहीं थामा गया तो रुपये में गिरावट के चलते लोगों पर महंगाई की और मार पड़ सकती है आयात महंगा हो सकता है ऐसे में इसका भार कंपनियां सीधा आम लोगों पर डालेंगी.
रुपये में जारी रह सकती है गिरावट
कई जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में एक डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होकर 80 रुपये प्रति डॉलर तक गिर सकता है. दरअसल अमेरिका में बढ़ती महंगाई के मद्देनजर फेडरल रिजर्व बैंक ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला लेता है तो भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट से निवेशक पैसा निकाल सकते हैं जिससे रुपया और कमजोर हो सकता है. रुपया इस समय वैश्विक कारणों से साथ घरेलू कारणों से भी गिर रहा है. शेयर बाजारों में गिरावट तो इसके पीछे है ही, ब्याज दरों में बढ़ोतरी के ग्लोबल रुझान के बीच विदेशी फंडों की ओर से बिकवाली जारी रहने से भी रुपये पर दबाव आया है. कच्चा तेल महंगा होने और अन्य करेंसी के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से रुपया कमजोरी के दायरे में दिखाई दे रहा है.
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