Rupee at All time Low: डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को करेंसी मार्केट में भारतीय रुपया ऐतिहासिक गिरावट के साथ बंद हुआ है. विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते रुपया एक डॉलर के मुकाबले 7 पैसे की गिरावट के साथ अपने एतिहासिक निचले स्तर 77.73 रुपये पर गिरकर बंद हुआ है. बुधवार को एक डॉलर के मुकाबले रुपया 77.71 के लेवल पर तो इससे पहले 19 मई 77.72 रुपये पर बंद हुआ था. 


क्या आरबीआई करेगा हस्तक्षेप
रुपया में गिरावट को थामने के लिए सभी उम्मीदें आरबीआई पर टिकी हैं. रुपया में गिरावट को थामने के लिए आरबीआई ने कई कदम उठाये हैं. आरबीआई ने डॉलर बेचें हैं. लेकिन विदेशी निवेशक लगातार भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली कर निवेश निकाल रहे हैं जिससे रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर होता जा रहा है. 2022 में अब तक विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों से 1.57 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश वापस निकाल चुके हैं.


क्यों कमजोर हुआ रुपया 
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ( Federal Reserve) द्वारा ब्याज दर ( Interest Rate) बढ़ाने जाने की आशंका के मद्देनजर 10 वर्ष के अमेरिकी बांड पर ब्याज बढ़कर 3 फीसदी पर जा पहुंचा है. इसी खबर के चलते रुपये में कमजोरी है. इसी के चलते करेंसी मार्केट बंद होने पर रुपया एक डॉलर के मुकाबले 77.73 रुपये पर बंद हुआ है जो ऐतिहासिक निचला लेवल है. इससे पहले 17 मई को इंट्राडे में रुपया एक डॉलर के मुकाबले 77.78 रुपये के निचले स्तरों को छूआ था.  


रुपये में जारी रह सकती है गिरावट 
कई जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में एक डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होकर 80 रुपये प्रति डॉलर तक गिर सकता है. दरअसल अमेरिका में बढ़ती महंगाई के मद्देनजर फेडरल रिजर्व बैंक ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला लेता है तो भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट से निवेशक पैसा निकाल सकते हैं जिससे रुपया और कमजोर हो सकता है. 


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