Dollar Vs Rupee: रुपये की हालत पतली, डॉलर की मजबूती और ब्रेंट क्रूड में तेजी से 73.25 पर पहुंचा
अमेरिका में 1.9 ट्रिलियन डॉलर के स्टिमुलस पैकेज के ऐलान, रोजगार के बेहतर आंकड़ों और बॉन्ड यील्ड के बढ़ने से डॉलर मजबूत हो गया. यही वजह है कि इसकी तुलना में रुपये में गिरावट आई है.
रुपये में तेज गिरावट जारी है. डॉलर की मजबूती और ब्रेंट क्रूड के बढ़ते दाम की वजह से रुपया कमजोर होता जा रहा है. सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले गिर कर 73.25 पर पहुंच गया. यानी रुपये में 23 पैसे की गिरावट दर्ज की गई. यह लगातार तीसरा दिन था जब ब्रेंट क्रूड की कीमतों में बढ़ोतरी और विदेशी बाजार में डॉलर महंगा होने की वजह से रुपये में गिरावट दर्ज की गई है.
डॉलर की मजबूती ने रुपये को गिराया
दुनिया की छह करंसी के बास्केट की तुलना में डॉलर की कीमत साढ़े तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई. दरअसल सीनेट की ओर से 1.9 ट्रिलियन डॉलर के स्टिमुलस पैकेज के ऐलान, रोजगार के बेहतर आंकड़ों और बॉन्ड यील्ड के बढ़ने से डॉलर में मजबूती हुई है. इससे अन्य करेंसी की तुलना में यह महंगा हो गया. इंटरबैंक फॉरेक्स मार्केट में रुपया 73.13 पर पहुंच गया जबकि इंट्रा-डे में 73.29 पर पहुंच गया. आखिर में यह 73.25 पर जाकर बंद हुआ.
ब्रेंट क्रूड की कीमत बढ़ कर रिकार्ड 70 डॉलर प्रति बैरल के पार
इस बीच, ब्रेंट क्रूड की कीमत बढ़ कर 70 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई है. यह कोरोना वायरस संक्रमण शुरू होने के बाद इसकी कीमत का टॉप लेवल है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में बताया कि पिछले सात साल में रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें दोगुनी होकर 819 रुपये पर पहुंच गई हैं. जबकि डीजल और पेट्रोल पर टैक्स कलेक्शन 459 फीसदी बढ़ा है. देश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने से महंगाई में तेज इजाफा की आशंका पैदा हो गई है. ट्रांसोपर्टरों ने माल ढुलाई भाड़े में इजाफा कर दिया है. इससे रोजमर्रा की चीजों के दाम बढ़ेंगे.
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