Dollar vs Rupee: बुधवार को रुपये की गिरावट का सिलसिला आज मार्केट खुलने के साथ ही जारी है. गुरुवार के दिन भारतीय रुपया डॉलर (Rupee vs Dollar) के मुकाबले 80.285 के स्तर तक पहुंच गया. वहीं 21 सितंबर 2022 को यह 79.97 पर बंद हुआ था. ऐसे में मार्केट खुलते ही रुपये में 0.39 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. वहीं डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) की बात करें तो यह अपने दो दशक के उच्च स्तर 111 के पार पहुंच गया है. गौरतलब है कि 21 सितंबर को अमेरिका के फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) ने ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की. डॉलर इंडेक्स 20 साल के उच्च स्तर 111.72 के स्तर पर पहुंच गया है.
डॉलर इंडेक्स दो दशकों के सबसे उचले स्तर पर
डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) आज 111.72 पर पहुंच चुका है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि मार्केट में यह उम्मीद जताई जा रही थी कि यूएस के फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 100 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी करेगा, लेकिन बैंक ने ऐलान किया कि वह सिर्फ 75 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी कर रहा है. ऐसे में मार्केट में इसे लेकर काफी सकारात्मकता दिखी.
रुपये के गिरने की और संभावना
यूएस फेडरल रिजर्व देश में बढ़ती महंगाई को कंट्रोल (Inflation in US) करने के लिए लगातार अपनी ब्याज दरों में इजाफा कर रहा है. इस मामले पर जानकारी देते हुए फेडरल रिजर्व के चेयरमैन Jerome Powell ने कहा कि फेडरल रिजर्व देश में बढ़ती महंगाई को कंट्रोल करने के लिए हर जरूरी कदम उठा रहा है और भविष्य में भी ऐसे कदम उठाता रहेगा. एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि यूएस फेडरल रिजर्व साल के अंत तक अपनी ब्याज दरों को 4.40% और अगले साल तक 4.60% तक बढ़ा सकता है.
यह दरें साल 2024 तक बनी रह सकती है. आने वाले दिनों में इसका असर रुपये पर भी दिखेगा और डॉलर के मुकाबले रुपये में और गिरावट दर्ज की जा सकती है. आज एशियाई बाजार की सभी करेंसी में गिरावट दर्ज की गई है. चीनी युआन 7.10 प्रति डॉलर तक पहुंच गया है.
ये भी पढ़ें-