नई दिल्ली: पेट्रोल डीजल की कीमतों के बाद अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर आज एक और झटका लगा. डॉलर के मुकाबले रुपये के भाव में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है. आज एक डॉलर का भाव सबसे निचले स्तर पर पहुंच कर 71 रुपये हो गया. कांग्रेस सरकार पर अर्थव्यवस्था चौपट करने का आरोप लगा रही है तो वहीं बीजेपी कह रही है कि पूरी दुनिया में करेंसी के भाव गिर रहे हैं, इसी का असर भारत पर भी देखने को मिल रहा है.


विश्लेषकों के मुताबिक, विदेशी निधि के लगातार निकलने, वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों के अस्थिर होने से भारतीय रुपया नए निचले स्तर पर पहुंचा है. एक्सपर्ट्स की मानें तो आयातकों के महीने के अंत में अमेरिकी डॉलर की मांग व कच्चे तेल की कीमतों की वजह से रुपये की कीमत गिरी है.

पेट्रोलडडीजल की कीमतोों में भी लगी आग

पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर भी आम आदमी को झटका लगा है. दिल्ली में डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं. आज सुबह पेट्रोल में 22 पैसे की बढ़ोतरी हुई और कीमत 78.52 प्रति लीटर पर पहुंच गई. वहीं डीजल की में भी 28 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. इसके साथ डीजल का भाव 70.21 प्रति लीटर पर पहुंच गया.

तेल की कीमतों में बढ़ोतरी कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और देश में परिवहन ईंधन पर ऊंचे उत्पाद शुल्क के कारण है. ब्रेंट कच्चे तेल की कीमत इस समय लगभग 76.68 डॉलर प्रति बैरल है. पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी को लेकर विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार पर निशाना साध रही है. कांग्रेस का कहना है कि सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वैट की कटौती करे.

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