Rupee at All time Low: मंगलवार को डॉलर ( Dollar) के मुकाबले रुपये ( Rupee) में बड़ी गिरावट देखने को मिली. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ( Federal Reserve) द्वारा ब्याज दर ( Interest Rate) बढ़ाने जाने की आशंका के मद्देनजर 10 वर्ष के अमेरिकी बांड पर ब्याज बढ़कर 3 फीसदी पर जा पहुंचा है. इसी खबर के बाद रुपये में कमजोरी देखी गई. और करेंसी मार्केट बंद होने पर रुपया एक डॉलर के मुकाबले 77.71 रुपये पर बंद हुआ है. जो 19 मई 2022 को ऐतिहासिक क्लोसिंग लेवल से बस 1 पैसे कम है. हालांकि 17 मई को रुपया एक डॉलर के मुकाबले 77.78 रुपये के निचले स्तरों को छूआ था.  


आरबीआई के हस्तक्षेप के बावजूद नहीं थम रहा 
रुपया में गिरावट को थामने के लिए आरबीआई ने कई कदम उठाये हैं. आरबीआई ने डॉलर बेचें हैं. लेकिन विदेशी निवेशक लगातार भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली कर निवेश निकाल रहे हैं जिससे रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर होता जा रहा है. 2022 में अब तक विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों से 1.57 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश वापस निकाल चुके हैं. 


रुपये में जारी रह सकती है गिरावट 
कई जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में एक डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होकर 80 रुपये प्रति डॉलर तक गिर सकता है. दरअसल अमेरिका में बढ़ती महंगाई के मद्देनजर फेडरल रिजर्व बैंक ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला लेता है तो भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट से निवेशक पैसा निकाल सकते हैं जिससे रुपया और कमजोर हो सकता है.  रुपया इस समय वैश्विक कारणों से साथ घरेलू कारणों से भी गिर रहा है. शेयर बाजारों में गिरावट तो इसके पीछे है ही, ब्याज दरों में बढ़ोतरी के ग्लोबल रुझान के बीच विदेशी फंडों की ओर से बिकवाली जारी रहने से भी रुपये पर दबाव आया है. कच्चा तेल महंगा होने और अन्य करेंसी के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से रुपये में कमजोरी नजर आ रही है. 


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