Rupee vs Dollar: 2023 में डॉलर के मुकाबले रुपये पर अधिक दबाव रहने का अनुमान, 85 तक टूट सकता है रुपया
Rupee vs Dollar: रिसर्च हाउस ने अनुमान लगाया है कि साल 2023 में रुपये में बड़ी स्थिरता देखने को मिलेगी. यह डॉलर के मुकाबले 85 लेवल तक टूट सकता है.

Rupee vs Dollar: साल 2023 में रुपये को लेकर बड़ी अस्थिरता रहने वाली है. इकॉनोमिक्स कैपिटल ने अनुमान लगाया है कि रुपया साल 2023 में डॉलर के मुकाबले 85 तक गिर सकता है. साथ ही रिसर्च हाउस ने यह भी कहा है कि 2023 के अंत तक यह 80 तक रिकवरी करेगा, जबकि 2024 के आखिरी महीने तक यह डॉलर के मुकाबले 78 तक आ सकता है.
कैपिटल इकोनॉमिक्स के सीनियर मार्केट इकोनॉमिस्ट जोनास गोल्टरमैन ने एक नोट में कहा कि नवंबर में तेज गिरावट के बाद डॉलर पिछले एक महीने में स्थिर बना हुआ है. ऐसे में हम यह सोच रहे हैं कि धीमी वैश्विक अर्थव्यवस्था और मार्केट की स्थिति 2023 की पहली छमाही में डॉलर में एक और लेग-अप को बढ़ावा देगी. इकॉनोमिस्ट ने आगे कहा कि डॉलर अन्य देशों की करेंसी के मुकाबले आने वाले तिमाही में और मजबूत होगा. ऐसा इस कारण क्योंकि जोखिम लेने वालों की संख्या में कमी हुई है और वैश्विग विकास की गति भी धीमी बनी हुई है.
2024 के अंत तक रुपया करेगा बड़ी रिकवरी
रिसर्च हाउस ने रुपये को इस महीने के अंत में डॉलर के मुकाबले 83 पर व्यापार करने और मार्च 2023 के अंत में 84 तक फिसलने का अनुमान लगाया है. साथ ही जून के अंत तक 85 तक गिरने की संभावना जताई है. कैपिटल इकोनॉमिक्स के अनुमान के अनुसार, मुद्रा के 2023 की दूसरी छमाही में कुछ रिकवरी की संभवना है, जो वर्ष के अंत तक डॉलर के मुकाबले 80 पर बंद होगी और 2024 के अंत तक रुपया बड़ी रिकवरी के साथ बढ़कर 78 हो जाएगा.
अन्य देशों के मुकाबले अच्छा रहा रुपया
विश्व में मंदी की आशंका के कई देशों की मुद्रा में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. रुपया भी तेजी से गिरा है. यह इस साल एक डॉलर के मुकाबले 83 पर नए निचले स्तर पर गिर चुकी है. हालांकि इसने कई देशों की मुद्राओं के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया है. फिर भी नए साल में यह वैश्विक विकास की रफ्तार धीमी होने से भारतीय मुद्रा को और नुकसान झेलना पड़ सकता है.
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने रुपये की गिरावट को रोकने के लिए कई उपाय किए हैं. केंद्रीय बैंक ने डॉलर बेचकर रुपये को काबू किया है. साथ ही कई बार रेपो रेट भी बढ़ाया गया है.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

