Rupee Vs Dollar: रुपये में आज हल्की कमजोरी, 80 रुपये प्रति डॉलर के पार जाकर ही खुला
Rupee Vs Dollar: विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि तेल आयातकों की डॉलर मांग, कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती, बढ़ते व्यापार घाटे को लेकर चिंता से निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर देखा गया और रुपया नीचे आया.
Rupee Vs Dollar: आज भारतीय रुपये की चाल सुस्त नजर आ रही है और कल के मुकाबले हल्की गिरावट के साथ खुला है. आज रुपया डॉलर के मुकाबले 3 पैसे की गिरावट के साथ 80.02 पर खुला है और कल ये 79.99 के लेवल पर बंद हुआ है. रुपया शुरुआती कारोबार के समय 80.05 प्रति डॉलर के लेवल तक नीचे गया था. वहीं ऊपर के लेवल में 79.99 रुपये तक के स्तर को इसने छुआ था.
क्यों नहीं थम रहा रुपये में गिरावट का दौर
गिरावट का कारण इंपोर्ट्स की भारी डॉलर मांग और कच्चे तेल की अधिक कीमतों का होना है. इसके अलावा विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि तेल आयातकों की डॉलर मांग, कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती तथा बढ़ते व्यापार घाटे को लेकर चिंता से निवेशकों का सेंटीमेंट प्रभावित हुआ. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया ज्यादातर समय 80 प्रति डॉलर के ऊपर ही रहा. बाजार सूत्रों ने कहा कि तेल आयातक कंपनियों की भारी डॉलर मांग, कच्चे तेल की कीमतों के मजबूत होने के साथ-साथ व्यापार घाटा बढ़ने की चिंताओं के कारण निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई जो गिरावट का मुख्य कारण बना
क्या कहते हैं जानकार
एलकेपी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने कहा कि पिछले कुछ दिन में कच्चे तेल में कुल बढ़त से ब्रेंट क्रूड एक बार फिर 105 डॉलर से ऊपर चला गया है. वहीं रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप की कमी की वजह से रुपया 80.00 प्रति डॉलर के आसपास मंडरा रहा है. आगे जाकर रुपया 79.75-80.25 के दायरे में रहने की संभावना है. जबकि अंतरराष्ट्रीय भुगतान मोर्चे पर रिजर्व बैंक के उपायों या कमोडिटी प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी में बढ़ोतरी जैसे कदमों के बाद भी रुपया व्यापक रूप से गिरावट का रुख लिए हुए है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशी मुद्रा और सर्राफा विश्लेषक गौरंग सोमैया ने कहा कि रुपये एक सीमित दायरे में रह रहा है. अभी सभी की निगाह अगले सप्ताह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) पर रहेगी. यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) द्वारा ब्याज दरों में ऊंची वृद्धि की चर्चा के बीच यूरो मजबूत हुआ है और इसका भी असर देखा जा रहा है.
डॉलर इंडेक्स, एफआईआई और विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े जानें
दुनिया की छह प्रमुख करेंसी के सामने डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर इंडेक्स 0.11 फीसदी घटकर 106.56 अंक रह गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 976.40 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार मार्च, 2022 के मुकाबले 27.05 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 580.25 अरब डॉलर रह गया है.
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