अमेरिका व उसके सहयोगी देशों के द्वारा आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी आर्थिक मोर्चे पर रूस का प्रदर्शन बेहतर हो रहा है. वर्ल्ड बैंक की ताजी रैंकिंग में रूस अब हाई-इनकम इकोनॉमी की कैटगरी में शामिल हो गया है. इसके साथ ही रूस अब आर्थिक लिहाज से चोटी के देशों की कतार में पहुंच गया है.


हाई-इनकम इकोनॉमी का हिस्सा बना रूस


वर्ल्ड बैंक ने ताजी रैंकिंग में रूस को अपर-मिडिल इनकम वाली अर्थव्यवस्था की कैटेगरी से निकाल कर हाई-इनकम इकोनॉमी की कैटेगरी में रखा है. यह रैंकिंग साल 2023 के लिए है. वर्ल्ड बैंक हर साल 1 जुलाई को पिछले कैलेंडर वर्ष के हिसाब से दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं की श्रेणियां तय करता है. इसके लिए प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय (पर कैपिटा ग्रॉस नेशनल इनकम) को आधार बनाया जाता है.


इन कारणों से सुधरी प्रति व्यक्ति आय


विश्व बैंक के अनुसार, पिछले साल रूस में सेना से जुड़ी गतिविधियों में काफी तेजी आई, जिससे आर्थिक गतिविधियां भी तेज हुईं. वहीं व्यापार में 6.8 फीसदी, वित्तीय क्षेत्र में 8.7 फीसदी और निर्माण में 6.6 फीसदी की तेजी आने से आर्थिक वृद्धि को मजबूती मिली है. इस तरह 2023 में रूस की रियल जीडीपी में 3.6 फीसदी और नॉमिनल जीडीपी में 10.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई.


आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने और आर्थिक वृद्धि के रफ्तार पकड़ने से प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय का आंकड़ा बेहतर हुआ है. विश्व बैंक के हिसाब से 2023 में रूस की प्रति व्यक्ति एटलस जीएनआई 11.2 फीसदी की दर से बढ़ी. इसी कारण रूस की रैंकिंग में सुधार आया है और वह अपर-मिडिल इनकम इकोनॉमी से छलांग लगाकर हाई-इनकम इकोनॉमी बन गया है.


इस फॉर्मूले से कैलकुलेशन करता है विश्व बैंक


दरअसल विश्व बैंक एटलस फॉर्मूले से जीएनआई का कैलकुलेशन करता है. इस कैलकुलेशन में इनकम को अमेरिकी डॉलर के टर्म में निकाला जाता है और एटलस मेथड में सुझाए गए फैक्टर्स के हिसाब से उसे एडजस्ट किया जाता है. इसमें किसी देश की आर्थिक वृद्धि दर, महंगाई, डॉलर के साथ उसकी मुद्रा की विनिमय दर, जनसंख्या में वृद्धि जैसे फैक्टर को शामिल किया जाता है.


इस साल भी अच्छी वृद्धि का अनुमान


रूस की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार आगे भी बने रहने वाली है. लंदन स्थित यूरोपियन बैंक फोर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट (ईबीआरडी) का अनुमान है कि पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के बाद भी रूस की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ेगी. ईबीआरडी के अनुसार, 2024 में रूस की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2.5 फीसदी रह सकती है. अनुमान के अनुसार, प्रतिबंधों के चलते रूस की अर्थव्यवस्था को जो शुरुआती नुकसान हुए थे, उसकी भरपाई हो चुकी है.


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