नई दिल्लीः आज देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट वॉलमार्ट के हाथों बिक गई. इस कंपनी को खड़ा करने वाले सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने एक छोटे से घर से इस कंपनी की शुरुआत की और इसे देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनी बनाया. आज जब ये कंपनी अमेरिकी दिग्गज रिटेलर वॉलमार्ट के हाथों बिक गई है तो इसके जरिए दोनों को हजारों करोड़ों मिले हैं. सचिन बंसल का फ्लिपकार्ट में 5.5 फीसदी हिस्सा है और इसे बेचकर उन्हें करीब 8000 करोड़ रुपये मिलने की संभावना है.
दोनों ही आईआईटी दिल्ली के ग्रेजुएट
सचिन बंसल और बिन्नी बंसल दोनों ही आईआईटी दिल्ली के ग्रेजुएट हैं. सरनेम एक जैसा है पर ये दोस्त हैं, भाई नहीं. इन्होंने अपने करियर की शुरुआत आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएशन पास करने के बाद अलग-अलग कंपनियों से की. सचिन बंसल ने टेकस्पैन और बिन्नी बंसल ने सैनऑफ कॉर्पोरेशन में काम करना शुरू किया. दोनों 2005 में आईआईटी दिल्ली में मिले थे और अमेजन में साथ काम किया था.
अमेजन का साथ छोड़ा
साल 2007 में इन्होंने अमेजन का साथ छोड़कर अपनी ई-कॉमर्स कंपनी खड़ा करने की सोची और इस तरह फ्लिपकार्ट अस्तित्व में आई. सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने 2007 में बेंगलुरू में फ्लिपकार्ट की स्थापना की.
ऑनलाइन बुक स्टोर की तरह काम करती थी फ्लिपकार्ट
शुरुआत में फ्लिपकार्ट सिर्फ ऑनलाइन बुक स्टोर की तरह काम करती थी पर फिर धीरे-धीरे इन्होंने कई प्रोडेक्ट कैटेगरी को अपने पोर्टल पर शामिल किया. फ्लिपकार्ट ने ऑनलाइन किताबें बेचने से कारोबार शुरू किया था और आरंभिक दिनों में फ्लिपकार्ट बंगलुरू के एक अपार्टमेंट में काम चला रही थी. धीरे धीरे साल 2008 में पहले दिल्ली और 2009 में मुंबई में कंपनी ने नए दफ्तर खोले.
फ्लिपकार्ट ने पहली किताब जॉन वुड्स की ‘लीविंग माइक्रोसॉफ्ट टू चेंज दी वर्ल्ड ’ बेची थी. कारोबार के पहले साल इसने महज 20 बिक्रियां की थी.
फ्लिपकार्ट ने पहला पूर्णकालिक कर्मचारी अंबर इय्यप्पा को नियुक्त किया.
एस्सल पार्टनर्स ने अक्तूबर 2009 में 10 लाख डॉलर निवेश कर निदेशक मंडल से जुड़ी. कुछ ही समय बाद टाइगर ग्लोबल ने 100 लाख डॉलर निवेश किया. फ्लिपकार्ट ने टेनसेंट, ईबे और माइक्रोसॉफ्ट से 1.4 अरब डॉलर की पूंजी जुटायी. सॉफ्टबैंक ने पिछले साल 2.5 अरब डॉलर निवेश किया.
फ्लिपकार्ट 2011 में सिंगापुर में रजिस्टर्ड हुई. फ्लिपकार्ट ने 2010 में देश में ‘कैश ऑन डिलीवरी' की शुरुआत की.
फ्लिपकार्ट ने वीरीड, लेट्सबाय, एफएक्स मार्ट, मिंत्रा और फोनपे का अधिग्रहण किया. उसने जीवेस और एनजीपे की बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी. फ्लिपकार्ट ने कई छोटी ई-कॉमर्स कंपनियों को खरीदा जैसे मिंत्रा, ईबे, फोनपे, आदि.
2009 से 2016 तक सचिन बंसल फ्लिपकार्ट के सीईओ
2009 से 2016 तक सचिन बंसल फ्लिपकार्ट के सीईओ के तौर पर काम किया जबकि साल 2016 में बिन्नी बंसल ने फ्लिपकार्ट के सीईओ का पद संभाला जबकि सचिन बंसल ने एग्जिक्यूटिव चेयरमैन का पद संभाल लिया. कंपनी के प्रबंधन में बदलाव हुआ. टाइगर ग्लोबल के पूर्व कार्यकारी कल्याण कृष्णमूर्ति फ्लिपकार्ट के सीईओ बने.
कंपनी ने 2017 में एक करोड़ पंजीकृत ग्राहकों का स्तर हासिल किया. अभी कंपनी के पास एक लाख से अधिक पंजीकृत विक्रेता और 21 भंडारगृह हैं.
फ्लिपकार्ट ने स्नैपडील को खरीदने की पेशकश
फ्लिपकार्ट ने स्नैपडील को खरीदने की पेशकश की. हालांकि स्नैपडील के मना करने से सौदा पूरा नहीं हुआ. फ्लिपकार्ट ने वालमार्ट सौदे से पहले निवेशकों से 35 करोड़ डॉलर के शेयरों की पुनर्खरीद की.
वालमार्ट को हिस्सा बेचकर कमाए हजार करोड़
आज वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट की 77 फीसदी हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर या करीब 1 लाख 7 हजार 616 करोड़ रुपये में खरीदी है और सचिन बंसल ने इसमें अपना 5.5 फीसदी हिस्सा बेचकर करीब 8000 करोड़ रुपये की भारीभरकम रकम हासिल कर ली है.