(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sah Polymers IPO: आज खुल गया साल 2022 का आखिरी आईपीओ, जानें ग्रे मार्केट में कैसा है संकेत
Sah Polymers IPO: साह पॉलीमर के शेयर्स की लिस्टिंग 12 जनवरी 2023 को NSE और BSE में होगी. इस आईपीओ में एक भी शेयर ऑफर फॉर सेल के जरिए नहीं जारी किया गया है.
Sah Polymers IPO: साल 2022 का आखिरी आईपीओ (IPO) आज यानी 30 दिसंबर, 2022 को खुल चुका है. बोरी बनाने वाली कंपनी साह पॉलीमर्स (Sah Polymers) ने आईपीओ पेश कर दिया है. कंपनी इस आईपीओ (Sah Polymers IPO) के जरिए 66 करोड़ रुपये जुटाने वाली है. इसमें आईपीओ में निवेशक 30 दिसंबर, 2022 से 4 जनवरी 2023 तक सब्सक्राइब कर सकते हैं. इससे पहले कंपनी ने इस वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में बाजार नियामक के पास कंपनी का आईपीओ लाने की मंजूरी मांगी थी. साह पॉलीमर्स आईपीओ (Sah Polymers IPO News) का प्राइस ब्रांड 61 रुपये से लेकर 65 रुपये के बीच में है. वहीं ग्रेट मार्केट में यह 6 रुपये GMP पर ट्रेंड कर रहा है.
जानें आईपीओ के डिटेल्स-
मार्केट को दी गई जानकारी के मुताबिक साह पॉलीमर के शेयर्स (Sah Polymers) की लिस्टिंग 12 जनवरी, 2023 को गुरुवार के दिन होगी. कंपनी के शेयर्स को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में इस दिन लिस्ट किया जाएगा. इसके साथ ही इस आईपीओ में कंपनी कुल 1,02,00,000 इक्विटी शेयर्स जारी कर रही है. इसमें एक भी शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए जारी नहीं किए जा रहे हैं. Sat Industries जो की कंपनी एक महत्वपूर्ण प्रमोटर हैं उनके पास कंपनी का कुल 91.79 फीसदी शेयर है.
कब होगा शेयर्स का अलॉटमेंट?
इस आईपीओ में 75 फीसदी इश्यू को क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल (QIB) के लिए रिजर्व करके रखा गया है. वहीं नॉन-क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व करके रखा है और रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए 10 फीसदी हिस्से को रिजर्व करके रखा गया है. इस कंपनी के शेयर्स को कुल 230 शेयरों के लॉट साइज में फिक्स किया गया है. इस शेयर का अलॉटमेंट 9 जनवरी, 2022 को होगा.
साह पॉलीमर्स कंपनी के डिटेल्स-
साल पॉलीमर एग्रो पेस्टीसाइड इस आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों से अपने प्रोडक्ट के उत्पादन को बढ़ाने पर फोकस करेगी. इसके साथ ही वह अपने पुराने कर्ज को भी चुकाएगी. यह कंपनी सीमेंट. दवा, केमिकल, खाद, फूड प्रोडक्ट आदि कई कंपनियों के लिए बोरी बनाने का काम करती हैं. यह कंपनी अपने प्रोडक्ट को कुल 6 देशों में सप्लाई करती है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-20 कुल 30 लाख रुपये का लाभ प्राप्त किया था जो साल साल 2020-21 में बढ़कर 1.27 लाख रुपये हो गया था. वहीं वित्त वर्ष 2021-22 में यह बढ़कर 4.38 करोड़ रुपये हो गया है.
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