आ गया JSW Group में निवेश का बड़ा मौका, 4000 करोड़ रुपये का आएगा आईपीओ
Sajjan Jindal: जेएसडब्ल्यू ग्रुप की इस कंपनी की लिस्टिंग से मार्केट में बड़ा उथलपुथल मच सकता है. इस सेक्टर में पहले से ही आदित्य बिड़ला ग्रुप और अडानी ग्रुप के बीच संघर्ष चल रहा है.
Sajjan Jindal: सज्जन जिंदल (Sajjan Jindal) के नेतृत्व वाले जेएसडब्ल्यू ग्रुप (JSW Group) में निवेश का बड़ा मौका आ गया है. जेएसडब्ल्यू सीमेंट (JSW Cement) ने 4000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने का फैसला लिया है. कंपनी ने शुक्रवार को आईपीओ से संबंधित दस्तावेज मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) को सौंप दिए हैं. जेएसडब्ल्यू सीमेंट के इस आईपीओ से सीमेंट सेगमेंट में बादशाहत की दौड़ और तेज हो जाएगी. पिछले कुछ समय से सीमेंट सेक्टर में आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) और अडानी ग्रुप (Adani Group) के बीच तेज जंग जारी है.
जेएसडब्ल्यू सीमेंट की लिस्टिंग से बदल जाएगा मार्केट
ब्लूमबर्ग न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जेएसडब्ल्यू सीमेंट की लिस्टिंग से कंपनी के मार्केट शेयर में बड़ा वदलाव आएगा. कंपनी ने पहले ही इच्छा जता दी थी कि वह साल 2024 में मार्केट में लिस्ट होने की कोशिश करेगी. जेएसडब्ल्यू ग्रुप की एनर्जी, पोर्ट और स्टील कंपनियां पहले से ही मार्केट में लिस्टेड हैं. कुछ समय पहले ही जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर (JSW Infrastructure) भी शेयर मार्केट पर लिस्ट हो गई थी.
राजस्थान में सीमेंट प्लांट पर खर्च करेगी 3000 करोड़ रुपये
जेएसडब्ल्यू सीमेंट के एमडी पार्थ जिंदल (Parth Jindal) ने पिछले साल अगस्त में कहा था कि हमें 60 मिलियन टन उत्पादन क्षमता हासिल करनी है. इसके लिए जेएसडब्ल्यू सीमेंट का मार्केट पर लिस्ट होना बहुत जरूरी है. फिलहाल कंपनी की उत्पादन क्षमता 20.60 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) है. इस समय कंपनी की उपस्थिति देश के दक्षिण, पूर्व और पश्चिम के राज्यों में है. मगर, अब वह उत्तर एवं मध्य भारत में भी कंपनी अपनी जगह बनाना चाहती है. इसके लिए कंपनी राजस्थान के नागौर जिले में एक ग्रीनफील्ड सीमेंट प्लांट पर लगभग 3000 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टर्स से लिए थे 1500 करोड़ रुपये
जेएसडब्ल्यू सीमेंट ने प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टर्स अपोलो ग्लोबल मैनजमेंट और सिनर्जी मेटल्स इंवेस्टमेंट्स होल्डिंग से जुलाई, 2021 में 1500 करोड़ रुपये इकट्ठे किए थे. उस समय भी कंपनी ने कहा था कि वह इस निवेश की वैल्यूएशन आईपीओ के समय तय की जाएगी. यह आईपीओ सीमेंट सेक्टर की अन्य कंपनियों में खलबली मचा सकता है. अडानी ग्रुप ने हाल ही में कई अधिग्रहण कर अब अपने सीमेंट बिजनेस को मर्ज करने का प्लान बनाया हुआ है. उधर, अल्ट्राटेक भी अब चुनौती को देखते हुए अपना नंबर वन स्थान कायम रखने में जुटी हुई है.
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