नई दिल्लीः सैमसंग इंडिया की अगले पांच साल में देश में 3.7 लाख करोड़ रुपये के मूल्य मोबाइल फोन मैन्यूफैक्चर करने की योजना है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. कंपनी ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपनी योजना साझा की है.


‘विनिर्माण के लिए पहल’ योजना शुरू
देश में फोन मैन्यूफैक्चरिंग को तेज करने के लिए सरकार ने ‘विनिर्माण के लिए पहल’ (पीएलआई) योजना शुरू की है. कंपनी इस योजना के तहत 15,000 रुपये से ज्यादा कीमत वाले 2.2 लाख करोड़ रुपये के स्मार्टफोन को मैन्यूफैक्चर करेगी.


3.7 लाख करोड़ रुपये के फोन होंगे मैन्यूफैक्चर
एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि ‘‘सैमसंग की अगले पांच साल में 50 अरब डॉलर (3.7 लाख करोड़ रुपये) मूल्य के फोन मैन्यूफैक्चरिंग की योजना है. इसमें से 30 अरब डॉलर मूल्य के स्मार्टफोन का उत्पादन पीएलआई योजना के तहत किया जाएगा.’’


सैमसंग ने नहीं दी आधिकारिक जानकारी
हालांकि इस संबंध में सैमसंग ने कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है. ना ही भेजे गए ई-मेल का जवाब दिया है. ये जानकारी इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक आई है.


कई कंपनियों ने किया आवेदन
सैमसंग के अलावा कई घरेलू और ग्लोबल मोबाइल फोन मैन्यूफैक्चरर कंपनियों ने सरकार की पीएलआई योजना के तहत फोन मैन्यूफैक्चरिंग के लिए आवेदन किया है. इसमें विस्ट्रॉन, पेगाट्रॉन, फॉक्सकॉन और होन हाई जैसी ग्लोबल कंपनियों के साथ-साथ लावा, डिक्सन, माइक्रोमैक्स, पेजेट इलेक्ट्रॉनिक्स, सोजो और ऑप्टिमस वगैरह शामिल हैं. सरकार को पीएलआई योजना के तहत अगले पांच साल में देश में 11 लाख करोड़ रुपये मूल्य के मोबाइल फोन उत्पादन की उम्मीद है.


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