वियतनाम और साउथ कोरिया से मैन्यूफैक्चरिंग बेस भारत में शिफ्ट करेगी सैमसंग
सैमसंग ने भारत सरकार को तीन लाख करोड़ रुपये के स्मार्टफोन की मैन्यूफैक्चरिंग का प्रस्ताव दिया है.
सैमसंग अपने स्मार्टफोन मैन्यूफैक्चरिंग का एक बड़ा बेस दक्षिण कोरिया और वियतनाम से लाकर भारत में स्थापित कर सकती है. कंपनी भारत में तीन लाख करोड़ रुपये के डिवाइस की मैन्यूफैक्चरिंग की सोच रही है.इकनॉमिक टाइम्स की एक खबर के मुताबिक प्रोडक्शन लिंक इन्सेंटिव के तहत कंपनी अपने प्रोडक्शन लाइन को डाइवर्सिफाई कर सकती है. कंपनी ने कहा है कि भारत में प्रोडक्शन लिंक इन्सेंटिव के तहत काम करने की योजना को मजबूती देने की वजह से वियतनाम में इसके प्रोडक्शन पर असर पड़ सकता है.
चीन के बाद वियतनाम सबसे बड़ा स्मार्ट फोन मैन्यूफैक्चरर
वियतनाम चीन के बाद स्मार्टफोन का दूसरा बड़ा निर्यातक है. इस संबंध में जानकारी रखने वालों का कहना है कि सैमसंग ने भारत सरकार को तीन लाख करोड़ रुपये के स्मार्टफोन की मैन्यूफैक्चरिंग का प्रस्ताव दिया है. कंपनी का कहना है कि यहां एक स्तर से ज्यादा की कीमत को फोन को निर्यात किया जाएगा.सरकार के अधिकारियों का कहना है कि सैमसंग के इस कदम से आसियान से भारत में चिप आयात करने में आसानी होगी.
भारत में सैमसंग का रेवेन्यू 10 अरब डॉलर
भारत में इस वक्त सैमसंग का रेवेन्यू 10 अरब डॉलर का है. इसमें से मोबाइल फोन की हिस्सेदारी 6.5 से 7.5 अरब डॉलर तक है. कंपनी की नोएडा में सबसे बड़ी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट है. यहां से इसके फोन दूसरे देशों को निर्यात किए जाते हैं. कंपनी इस वक्त अपना लगभग आधा स्मार्टफोन मैन्यूफैक्चरिंग वियतनाम में करती है. दक्षिण कोरिया में यह अपनी मैन्यूफैक्चरिंग बंद करना चाहती है क्योंकि वहां कर्मचारियों के वेतन में लगातार इजाफा हो रहा है.
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