Crude Oil Price: नए साल पर भारत के लिए खुशखबरी है. आने वाले दिनों में भारत में पेट्रोल डीजल के दामों (Petrol-Diesel Prices) में कमी आ सकती है. कच्चे तेल के दामों ( Crude Oil Price) में वैसे ही कमी आई है और अब सऊदी अरब (Saudi Arabia) के इस कदम के बाद भारत के लिए कच्चा तेल और भी सस्ता हो सकता है. सऊदी अरब ने कच्चे तेल के दामों में  कमी करने का फैसला किया है. सउदी अरब ने ये तय किया है वो एशियाई देशों और यूरोप में सस्ते दामों पर कच्चा तेल बेचेगा. 


सउदी सरकार ( Saudi Government) की सबसे बड़ी तेल कंपनी सऊदी अरैमको (Saudi Aramco) ने फरवरी 2023 में एशिया में बेचे जाने वाले सभी प्रकार के कच्चे तेल के दाम घटा दिए हैं. सऊदी अरब 60 फीसदी कच्चा तेल लॉन्ग टर्म कॉंट्रैक्ट के तहत एशिया में एक्सपोर्ट करता है जिसके लिए हर महीने कीमत की समीक्षा की जाती है. भारत, चीन, जापान और साउथ कोरिया सऊदी अरब से तेल खरीदने वाले सबसे बड़े खरीदार देशों में शामिल हैं. माना जा रहा है कि सऊदी अरब के इस फैसले के बाद इराक और कुवैत जैसे देश भी दामों में कटौती का फैसला ले सकते हैं. दरअसल वैश्विक आर्थिक संकट और चीन में कोरोना वायरस के मामलों में उछाल के बाद कच्चे तेल की मांग पर असर पड़ सकता है जिसके चलते सऊदी अरब ने कम दाम पर क्रूड ऑयल बेचने का फैसला किया है.  


ब्रेंट क्रूड के दामों ( Brent Crude Oil Price) में वैसे ही कमी आई है. रूस यूक्रेन युद्ध ( Russia-Ukraine War) के बाद कच्चे तेल के दाम बढ़कर 139 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा था. जून 2022 में कच्चा तेल 125 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. जो अब 80 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है. 2023 के पहले हफ्ते में ही कच्चे तेल के दाम 7.5 फीसदी घटे हैं. अमेरिका में ब्याज दरों में भारी उछाल और डॉलर की मजबूती के बाद अमेरिका, यूरोप और चीन में वैसे ही खपत में कमी आई है. 


लेकिन भारत के लिए ये खबर राहत लेकर आया है. भारत पहले से वैसे ही रूस से कम दाम पर कच्चा तेल खरीद रहा है. अब सउदी अरब से भी उसे कम दाम पर कच्चा तेल मिल सकेगा. इससे इंपोर्ट बिल को घटाने में मिदद मिलेगी. तो आने वाले दिनों में आम लोगों को पेट्रोल डीजल के दामों में कमी कर महंगाई से राहत दिलाई जा सकेगी. पेंट्स बनाने वाली कंपनियों जो कच्चा तेल का इस्तेमाल करती हैं उनके लिए भी ये राहत वाली खबर है. 


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