Crude Oil Price: सउदी अरब ने कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती को सितंबर तक बढ़ाया, कीमतें बढ़ने की आशंका, बढ़ेगी भारत की मुश्किलें!
Saudi Arabia Cuts Oil Production: जुलाई से सऊदी अरब ने कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती का फैसला लिया था जिसे बढ़ाकर सितंबर तक के लिए कर दिया गया है.
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Crude Oil Price: कच्चे तेल की कीमतों में आने वाले दिनों में और उछाल देखने को मिल सकता है. सउदी अरब ने कच्चे तेल के प्रोडक्शन में कटौती को एक्सटेंड करना का फैसला किया है. साथ ही उसने कहा कि कटौती को लंबी अवधि तक बढ़ाने के साथ और ज्यादा भी प्रोडक्शन में कटौती की जा सकती है. सउदी अरब ने कहा कि वो सितंबर तक हर दिन एक मिलियन बैरल कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करेगा. जुलाई महीने से सउदी अरब ने कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती की शुरुआत की थी.
सउदी अरब के इस ऐलान के साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा देखा जा रहा है. ब्रेंट क्रूड प्राइस 1.39 फीसदी या 1.16 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी के साथ 84.36 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है. जबकि डब्ल्युटीआई क्रूड ने 1.62 फीसदी या 1.29 डॉलर के उछाल के साथ 80.78 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है. शुक्रवार 4 अगस्त को सउदरी अरब और रूस ओपेक प्लस देशों की ऑनलाइन बैठक करेंगे जिसमें मार्केट कंडीशन की समीक्षा की जाएगी.
सउदी अरब के कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती के फैसले का असर भारत पर व्यापक रूप से पड़ सकता है. रूस सस्ती कीमतों पर कच्चे तेल बेचने में बड़े पैमाने पर कटौती कर रहा है. ऐसे में भारत को फिर से उन देशों के साथ कच्चा तेल खरीदना पड़ेगा जिससे वो पहले किया करता था जिसमें सउदी अरब प्रमुख देश है. लेकिन सउदी अरब के इस फैसले से कच्चे तेल में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है ऐसे में भारत के लिए आयात महंगा होने वाला है.
कच्चे तेल के दामों में तेजी के बाद सस्ते पेट्रोल डीजल की उम्मीदें अब खत्म हो रही जो कीमतें कम होने के बाद जगी थी. कच्चे तेल की कीमत घटकर 75 डॉलर प्रति बैरल पर गई थी जो अब फिर से 85 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ चुकी है.
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