Financial Planning: रियाटरमेंट के बाद आपकी जिंदगी आराम से गुजरे इसके लिए जरूरी है कि रिटायरमेंट के बाद आपके पास एक बड़ा फंड हो. इस लक्ष्य के लिए आपको नौकरी करते हुए ही भविष्य के लिए पैसा जोड़ना शुरू कर देना चाहिए.  हालांकि रिटायरमेंट के लिए पैसा जमा करते हुए लोग कुछ गलतियां कर जाते हैं जिससे उनकी रिटायरमेंट फाइनेंशियल प्लानिंग गड़बड़ा जाती है. इन गलतियों से बचने के लिए इनकी जानकारी होना जरूरी है.


प्लानिंग के साथ निवेश न करना



  • निवेश बिना प्लानिंग नहीं करना चाहिए.

  • आपके पास निवेश के लिए एक अच्छी योजना होनी चाहिए.

  • अपने निवेश के लक्ष्य स्पष्ट रखें और उस तक पहुंचने के लिए एक प्लान बनाएं.

  • वित्तीय लक्ष्यों की प्लानिंग करते समय किसी अच्छे जानकारी से राय जरूर लें.


एक ही जगह पैसा लगाना



  • एक ही जगह पर सारा पैसा नहीं लगा देना चाहिए.

  • अपने पैसे को डाइवर्सिफाई करें. ये जोखिम प्रबंधन का एक स्मार्ट तरीका है.

  • डाइवर्सिफिकेशन का मतलब है कि एक ही जगह पैसा न लगा कर थोड़ा-थोड़ा पैसा कई जगह निवेश करें.

  • यदि एक जगह से आपको नुकसान होता है तो दूसरी जगह से आपको फायदा हो जाता है.


भावुकता से भरकर ने लें कोई फैसला



  • निवेश करते समय व्यवहारिक रवैया अपनाएं.

  • अपने निवेश पोर्टफोलियो को समझने के लिए इमोशन को बीच में न लाएं।

  • अगर आपको कहीं से नुकसान हो रहा है तो ऐसी जगह अपना पैसा फंसा कर न रखें. ऐसा करने से आगे भारी नुकसान हो सकता है.


लगातार करते रहें रिव्यू



  • निवेश पोर्टफोलियो बनाने के बाद नियमित रूप से अपने फाइनेंस को रिव्यू करना चाहे.

  • वैश्विक अर्थव्यवस्था के बदलने के साथ ही वित्तीय निवेश और रिटर्न भी बदलते हैं.

  • इन बदलावों पर सदा नजर बनाए रखें.


धैर्य रखें



  • पैसा निवेश करते समय आपमें धैर्य जरूर होना चाहिए.

  • पैसा निवेश करके इसे धीरे-धीरे बढ़ते हुए देखते रहें. न तो उत्साहित हों और न ही घबराएं.

  • अगर नुकसान हो तो घबराएं नहीं धैर्य बनाए रखें.

  • अपने आप को अधिक से अधिक सब्र वाला निवेशक बनाएं.