Types of Saving Account: सभी लोग अपने पैसों को सेव (Saving of Money) करने के लिए बैंकों का सहारा लेते हैं. बैंक में ज्यादातर लोग जब भी बैंक में अकाउंट खुलवाने (Account Open) जाते हैं तो वह सबसे ज्यादा सेविंग अकाउंट खुलवाना पसंद करते हैं. लेकिन, क्या आपके पता है कि सेविंग अकाउंट (Saving Account) भी अलग-अलग प्रकार के होते हैं और उन सभी प्रकार में सबसे अच्छा सेविंग अकाउंट आपके लिए कौन सा रहेगा. 


गौरतलब है कि सेविंग अकाउंट भी सभी लोगों की जरूरत के हिसाब से हैं. कामकाजी लोगों के लिए अलग, महिलाओं (Women), बुजुर्गों (Senior Citizen) और बच्चों के लिए अलग-अलग तरह का सेविंग अकाउंट है. आपको 6 प्रकार के सेविंग अकाउंट के ऑप्शन मिलते (Six Options of Saving Account) हैं. तो चलिए हम आपको इन सेविंग अकाउंट के बारे में बताते हैं-


रेगुलर सेविंगअकाउंट क्या है?
रेगुलर सेविंग अकाउंट (Regular Saving Account) कुछ बेसिक शर्तों के साथ खोला जा सकता है. इस सेविंग अकाउंट में किसी एक तय रकम को रेगुलर डिपॉजिट (Regular Deposit) नहीं किया जाता है. यह अकाउंट एक सेफ हाउस की तरह होता है जहां आप अपनी जरूरत के हिसाब से पैसे जमा कर सकते हैं. इसके बाद जब चाहें निकाल भी सकते हैं. इस अकाउंट को मेंटेन करने के लिए केवल आपको मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance) की शर्त पूरी करनी होती है.


सैलरी सेविंग अकाउंट क्या है?
सैलरी सेविंग अकाउंट (Salary Saving Account) कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए खुलवाया जाता है. इस अकाउंट में  बैंक ब्याज ऑफर (Rate of Interest) करते हैं. इस ब्याज दर का इस्तेमाल कर्मचारी को सैलरी देने के लिए यूज किया जाता है. जब सैलरी देने का समय आता है तो कंपनी इस खाते से पैसे निकालकर कर्मचारी के खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिया जाता है. इस अकाउंट में किसी तरह के मिनिमम बैलेंस की शर्त नहीं होती है. अगर इस अकाउंट में रेगुलर सैलरी नहीं आती है तो यह रेगुलर सेविंग अकाउंट में बदल जाता है.


जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट क्या है?
जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट (Zero Balance Saving Account) में सेविंग अकाउंट और Current Account दोनों की खूबियां है. इस अकाउंट में पैसे निकालने की एक सीमा होती है. आप लिमिट से ज्यादा आप पैसे नहीं निकाल सकते हैं. बैलेंस कम होने पर भी आप पर किसी तरह की पेनाल्टी नहीं लग सकती हैं.


ये भी पढ़ें: Home Loan: समय पर लोन ना चुकाने पर क्या आप बेच सकते हैं अपनी प्रापर्टी? ये है गिरवी रखी प्रॉपर्टी बेचने का नियम


महिला सेविंग अकाउंट क्या है?
महिला सेविंग अकाउंट (Women Saving Account) एक ऐसा सेविंग अकाउंट है जो खासतौर पर महिलाओं के लिए ही बनाया गया है. इस अकाउंट में कुछ अलग खास तरह के फीचर्स हैं. इस अकाउंट पर महिलाओं को लोन लेने पर कम ब्याज दर पर लोन दिया जाता है. इसके साथ ही डीमैट अकाउंट खोलने पर फ्री चार्ज और कई तरह की खरीदारियों पर डिस्काउंट ऑफर भी इस अकाउंट में मिलता है.


ये भी पढ़ें: e-Advance Ruling Scheme: वित्त मंत्रालय ने ई-एडवांस रूलिंग स्कीम को दी मंजूरी, टैक्सपेयर्स को मिलेगा ये फायदा


सीनियर सिटिजंस सेविंग अकाउंट क्या है?
सीनियर सिटिजंस सेविंग (Senior Citizen Saving Account) ये बिल्कुल रेगुलर सेविंग अकाउंट की तरह ही काम करता है. यह नार्मल अकाउंट पर ज्यादा ब्याज दर ऑफर करता है. इस अकाउंट पर सीनियर सिटिजन को ज्यादा ब्याज दर मिलता है. इस अकाउंट को सेविंग स्कीम्स से भी लिंक रहता है. इस अकाउंट में पेंशन फंड या रिटायरमेंट अकाउंट्स से फंड निकाला जा सकता है.


माइनर्स सेविंग अकाउंट क्या है?
माइनर्स सेविंग अकाउंट (Minor Saving Account) 10 साल से कम के बच्चों के लिए खोला जा सकता है. इस अकाउंट में मिनिमम बैलेंस की कोई जरूरत नहीं होती. इस अकाउंट की सेविंग के द्वारा अपनी जरूरतों को पूरा किया जा सकता है. इस अकाउंट को बच्चे के माता पिता देखरेख कर सकते हैं. 10 साल के बाद इस अकाउंट को बच्चा 10 साल के बाद खुद ऑपरेट कर सकता है. जब बच्चा 18 साल का होता है तो ये रेगुलर सेविंग अकाउंट में बदल जाता है.