Savings Account: इनएक्टिव अकाउंट से न हो जाएं फ्रॉड! बचाव के लिए आज ही बंद कराए खाता, क्लोजिंग से पहले करें ये 4 जरुरी काम
Bank Account: जब आप लंबे वक्त तक किसी बैंक अकाउंट का इस्तेमाल नहीं करते हैं और उसमें मिनिमम बैलेंस नहीं मेंटेन नहीं करते हैं तो बैंक अलग-अलग तरह की पेनाल्टी लगाने लगता है.
Savings Bank Account Closing: बदलते वक्त के साथ ही बैंकिंग व्यवस्था (Banking System) में बहुत बड़े बदलाव आ चुके हैं. आजकल बैंक अपने ग्राहकों को नेट बैंकिंग (Net Banking) और मोबाइल बैंकिंग (Mobile Banking) का यूज करने के लिए प्रोत्साहन दे रहे हैं. ज्यादातर बैंक घर बैठे ग्राहकों को बैंक अकाउंट (Bank Account) खोलने की परमिशन देते हैं. ऐसे में कस्टमर्स आसानी से ऑनलाइन सेविंग (Online Saving Account) खाता खुलवा लेते हैं. कई मामलों में सेविंग खाता खुलवाना बहुत फायदेमंद हो सकता हैं, लेकिन कई बार यह बहुत नुकसानदायक भी हो सकता है.
मल्टीपल सेविंग्स अकाउंट रखने से आपको अलग-अलग बैंक की बैंकिंग फीचर्स का लाभ मिलता है मगर अगर आप इस मल्टीपल खातों (Multiple Saving Account) को सही तरीके से यूज न करें तो यह आपके लिए नुकसान का भी कारण बन सकता है. जिन सेविंग खातों को आप यूज नहीं करते हैं उन्हें इनएक्टिव या डॉरमेंट सेविंग्स अकाउंट कहते हैं.
अक्सर लोग जब सेविंग अकाउंट का यूज नहीं करते तो यह बाद में इनएक्टिव या डॉरमेंट कैटेगरी में बदल जाता है. ये बाद में फ्रॉड का जरिया बन सकता है. इस तरह के खाते में का इस्तेमाल गलत कामों के लिए किया जा सकता है. ऐसे में अगर आप लंबे वक्त से किसी सेविंग खाते का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो इस तरह के खाते को जल्द से जल्द बंद करवा दें. इससे बाद में आपको किसी तरह की परेशानी की सामना नहीं करना पड़ेगा. आइए जानते हैं कि खाता बंद करवाते वक्त किन बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है-
1. खाते का सर्विस चार्ज और पेनल्टी चुकाएं
जब आप लंबे वक्त तक किसी खाते का इस्तेमाल नहीं करते हैं और उसमें मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance) नहीं मेंटेन नहीं करते हैं तो इस कारण आपको आपके खाते पर बैंक अलग-अलग तरह की पेनाल्टी लगाने लगता है. ऐसे में खाता बंद करने से पहले कस्टमर को हर तरह के सर्विस चार्ज और पेनल्टी को चुकाना होगा. इसके बाद ही आप खाते को बंद कर सकते हैं. ऐसा नहीं करने पर आपको क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव असर पड़ सकता है.
2. देना पड़ेगा क्लोजर चार्ज
बता दें कि अगर आप किसी खाते को खुलवाने के बाद आप एक साल के भीतर ही खाता बंद करवाते हैं तो आपको बैंक का क्लोजर चार्ज भी देना पड़ेगा. आपको क्लोजर चार्ज कितना देना होगा यह बैंकों पर निर्भर करता है. ऐसे में अगर आप जल्द खाता बंद करवा रहे हैं तो बैंकों के अनुसार क्लोजर चार्ज जरूर जमा करें.
3. सभी जगहों पर सेविंग खाते डिटेल्स अपडेट करें
बता दें कि सेविंग खाता बंद करने के पहले आप EPFO, आईटी डिपार्टमेंट (IT Department) या इंश्योरेंस कंपनी के पास अपने नए सेविंग खाते के डिटेल्स अपडेट करें. कई बार लोग इस जरूरी काम को करना भूल जाते हैं जिससे बाद में उन्हें बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं. ऐसे में कोशिश करें कि सबसे पहले खाते से जुड़े सभी डिटेल्स को अपडेट करें और इसके बाद ही अपने सेविंग खाते को बंद करें.
4. EMI लिंक्ड खाता कैंसिल करें
अगर आपके सेविंग खाते से लिंक्ड कोई सब्सक्रिप्शन है या EMI है तो आप सबसे पहले इसे कैंसिल करा लें. कई बार लोग खाता बंद करवाते वक्त इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं. ज्यादातर बैंक अपने ग्राहकों को पेमेंट इंस्ट्रक्शन देते हैं, जिसमें आप ऑटोमेटिक तरीके से सेविंग खाते से पैसे कट जाते हैं. अगर आपने इंस्ट्रक्शन कैंसिल नहीं किया तो ऐसे में आपका पेमेंट क्लियर नहीं होगा और बाद में चलकर इसका असर आपको क्रेडिट स्कोर पर होगा.
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