SBI New Update: अडानी समूह को दिए कर्ज पर देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने सफाई जारी की है. एसबीआई के चेयरमैन भारतीय स्टेट बैंक दिनेश खारा ने कहा कि अडानी समूह एसबीआई का एक्सपोजर 27,000 करोड़ रुपये है जो उसके कुल लोन बुक का केवल 0.8 से 0.9 फीसदी है. 


दिनेश खारा ने कहा कि, हमने अडानी समूह के मूर्त परिसंपत्तियों (Tangible Assets) के लिए कर्ज दिया है और पर्याप्त कैश कलेक्शन है. उन्होंने कहा कि वे बैंक के कर्ज का बकाये का भुगतान करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि एसबीआई के कुल लोन बुक का केवल 0.8 से 0.9 फीसदी ही कर्ज अडानी समूह को दिया गया है. एसबीआई के चेयरमैन ने तिमाही नतीजों के एलान को लेकर किए गए प्रेस कॉंफ्रेंस में ये जानकारी दी है. 


एसबीआई चेयरमैन ने कहा कि उन्होंने नहीं लगता है कि अडानी समूह को लोन चुकता करने में कोई परेशानी होगी. उन्होंने बताया कि शेयर्स के बदले में एसबीआई ने कोई लोन नहीं दिया है. इसलिए शेयर्स के कीमतों का दिए गए लोन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने बताया कि एसबीआई ने उस एसेट्स के लिए समूह को कर्ज दिया है जो कैश जेनरेट कर रही हैं और कर्ज चुकना करने में उनका रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है. दिनेश खारा ने कहा फिलहाल के लिए कोई चिंता की बात नहीं है और इसलिए एसबीआई ने समूह के साथ इसे लेकर कोई चर्चा नहीं की है. 


14,205 करोड़ रुपये का मुनाफा 


इससे पहले एसबीआई ने वित्त वर्ष 2022-23 के अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के लिए नतीजे घोषित किए जो कि शानदार रहा है. एसबीआई ने इस तिमाही में 14,205 करोड़ रुपये मुनाफा घोषित किया है जो बीते वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले 69 फीसदी ज्यादा है. अब तक किसी तिमाही में कोई बैंक द्वारा घोषित ये सबसे बड़ा मुनाफा है. बैंक के नेट इंटरेस्ट इनकम में 24 फीसदी का उछाल आया है और ये बढ़कर 38,068 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है. 


ये भी पढ़ें 


Adani Group: अडानी समूह में LIC और SBI के निवेश को लेकर वित्त मंत्री की पहली प्रतिकिया, कहा - लिमिट के भीतर है एक्पोसजर