नई दिल्लीः आज दिल्ली के संगम विहार इलाके के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से 2 हजार का नकली नोट निकलने की खबर सुर्खियों में छाई रही. वहीं रहने वाले एक कॉल सेंटर कर्मी का दावा है कि उसने 6 फरवरी को एसबीआई के एटीएम से आठ हजार निकाले थे जिसमें नकली नोट मिले. नोट पर रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की जगह चिल्ड्रेन बैंक ऑफ़ इंडिया और भारतीय मनोरंजन बैंक छपा था. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
इस घटना के बाद एसबीआई की साख पर उठ रहे सवालों के जवाब में आज एसबीआई की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने बयान जारी किया है. एसबीआई की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के माध्यम से एसबीआई को जानकारी मिली है कि संगम विहार में एसबीआई के एटीएम से 6 फरवरी को 2000 के नकली नोट मिले हैं.
एसबीआई की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने साफ किया है कि एसबीआई का करेंसी चेकिंग सिस्टम और करेंसी चेस्ट की क्वालिटी चेक करने के लिए बहुत सख्त व्यवस्था है. बैंक के हरेक शाखा और हरेक एटीएम के निकलने वाले नोटों की कड़ाई से (नोट सॉर्टिंग मशीन) के जरिए जांच होती है. ये मशीनें हरेक नोट के एक-एक सेफ्टी फीचर की जांच करने में सक्षम हैं और इनकी जांच से कोई भी नकली या संदेहास्पद नोट पास नहीं हो सकता है. इसी के चलते कोई भी फेक या नकली नोट बैंक से जारी नहीं हो सकता और एटीएम से नहीं मिल सकता है.
संगम विहार एटीएम मामले में भी पता चला है कि बैंक के पास कोई भी शिकायत नहीं मिली. हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उसी एटीएम से पुलिस और जांच अधिकारी के नोट निकालने पर भी नकली नोट निकलने की बात सामने आई है जो कि 6 फरवरी के आरोपों को सच साबित करने की तरफ इशारा करती है. लिहाजा इस एटीएम को दिल्ली पुलिस द्वारा आगे की जांच के लिए सील कर दिया गया है. पुलिस अथॉरिटीज को उक्त एटीएम की डीवीएसएस फुटेज दे दी गई हैं.
इस बीच इसी जांच में और सहयोग के लिए उसी एजेंसी के सभी नोटों की जांच कर रही है जिसने संगम विहार एटीएम और अन्य जगहों पर कैश सप्लाई की है. चूंकि बैंक से नकली नोट एटीएम में जाने की संभावना बहुत कम होती है तो बैंक को किसी संदिग्ध व्यक्ति की शरारत की आशंका है. हालांकि इसके बावजूद एसबीआई और जांच एजेंसियों द्वारा इसके आगे की जांच की प्रक्रिया जारी है.