नई दिल्लीः भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने आज कहा कि नोटबंदी से पैदा हुए मौजूदा हालात फरवरी के आखिर तक सामान्य हो जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण पर जोर दिया. गौरतलब है कि 8 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद देशभर के बैकों और एटीएम के बाहर भारी भीड़ दिखाई देने लगी थी जो स्थिति अभी भी कुछ जगह सामान्य नहीं हो पाई है. नोटबंदी के शुरुआती दिनों में एटीएम की लाइनों में खड़े लोगों की मौत और बुजुर्गों को भारी परेशानी जैसी खबरें भी आईं. हालांकि 30 दिसंबर के बाद से हालात सामान्य हो रहे हैं और नए साल में काफी जगहों पर लोगों को आसानी से कैश मिल पा रहा है.
अहमदाबाद में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में भाग लेने पहुंची भट्टाचार्य ने हवाई अड्डे पर कहा, ‘हमारा मानना है कि (नोटबंदी से उपजे) हालात फरवरी के आखिर तक सामान्य हो जाएंगे.’ उन्होंने कहा कि एसबीआई अपनी शाखाओं में पर्याप्त नकदी उपलब्ध कराकर यह सुनिश्चित करना चाहता है कि खाताधारकों को कोई दिक्कत नहीं हो.
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट हर साल गुजरात में आयोजित होता है जहां देश भर से फाइनेंशियल जगत की हस्तियां हिस्सा लेती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक सम्मेलन के आठवें संस्करण का उद्घाटन करेंगे. एसबीआई चीफ अरुंधति भट्टाचार्य भी इसमें हिस्सा लेने आई हुई हैं. उन्होंने कहा कि इस कार्य्रकम में वह डिजिटललीकरण के प्रोत्साहन पर चर्चा करने की कोशिश करेंगी. एसबीआई देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है और इसके एटीएम देश भर में फैले हुए हैं.