बैंक ने कहा, ‘ रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की घोषणा के तुरंत हम सबसे पहले बैंक हैं जिसने 30 लाख रुपए तक के होम लोन पर ब्याज घटाया है.’ बैंक ने कहा है कि उसने कम और मध्यम आयवर्ग के लोगों के फायदे को ध्यान में रख कर यह फैसला किया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने कल ही चालू वित्त वर्ष की अंतिम द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर को 0.25 फीसदी घटा कर 6.25 फीसदी कर दिया है. इसके बाद से माना जा रहा है कि कमर्शियल बैंक भी अपने कर्ज को सस्ता करेंगे.
एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि देश के सबसे बड़े बैंक के नाते हम हमेशा ग्राहकों के हित को सबसे आगे रखते हैं. उन्होंने कहा, ‘होम लोन बाजार में एसबीआई की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है. ऐसे में यह ठीक होगा कि हम केंद्रीय बैंक द्वारा दरों में कटौती का फायदा एक बड़े निम्न और मध्यम आय वर्ग को उपलब्ध कराएं.’
सार्वजनिक क्षेत्र का एसबीआई प्रॉपर्टी, डिपॉजिट, ब्रांचेज, ग्राहक और कर्मचारियों की संख्या के लिहाज से देश का सबसे बड़ा बैंक है. 30 सितंबर, 2018 तक बैंक के पास 28.07 लाख करोड़ रुपये के डिपॉजिट थे. कासा अनुपात 45.27 फीसदी का और लोन 20.69 लाख करोड़ रुपये का था. होम लोन बाजार में एसबीआई की हिस्सेदारी 34.28 फीसदी और ऑटो लोन बाजार में 34.27 फीसदी है.
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