नई दिल्ली: आज स्टेट बैंक के लिए बेहद बड़ा दिन है क्योंकि ये बैंक दुनिया के 50 बड़े बैंकों में शामिल हो गया है. स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर सहित भारतीय स्टेट बैंक के पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का आज देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक में विलय हो गया. इसके साथ ही स्टेट बैंक संपत्ति के आधार पर दुनिया के 50 शीर्ष बैंकों की जमात में शामिल हो गया है.


स्टेट बैंक की आधिकारिक प्रेस रिलीज 
स्टेट बैंक द्वारा आज जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर (एसबीबीजे), स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (एसबीएच), स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (एसबीएम), स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (एसबीपी) और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (एसबीटी) और भारतीय महिला बैंक (बीएमबी) का एक अप्रैल से भारतीय स्टेट बैंक में विलय हो गया है. स्टेट बैंक में इससे पहले 2008 में स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र और 2010 में स्टेट बैंक ऑफ इंदौर को इसमें मिला दिया गया.


बैंक ने कहा है, ‘‘6 बैंकों के इस विशाल मर्जर विलय के साथ भारतीय स्टेट बैंक ने एक बार फिर बदलाव और बैंकों में देश का अग्रणी बैंक होने और मूल्यों के सृजन की अपनी क्षमता को साबित किया है.’’ सरकार ने फरवरी में 5 सहयोगी बैंक के एसबीआई में विलय को मंजूरी दी थी. वहीं मार्च में भारतीय महिला बैंक को भी स्टेट बैंक में मर्जर करने को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी.


स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य का बयान
मर्जर के बाद खुशी जाहिर करते हुए एसबीआई चीफ ने कहा कि मर्जर के इस प्रोसेस को अगले 3 महीनों में पूरा करने की कोशिश होगी. मर्जर प्रोसेस में बैंक अपने ब्रांच नेटवर्क को यूजर फ्रेंडली बनायेगा. बैंक की पहुंच बेहतर बनाने के लिये कुछ ब्रांचेज को नई जगहों पर लाया जा सकता है जिससे बैंक को अपना ऑपरेशनल नेटवर्क बेहतर बनाने में मदद मिलेगी, जिससे बैंक का मुनाफा और बढ़ेगा.




  • जानें एसबीआई में मर्जर के बाद क्या बदलाव आएगा ?
    मर्जर के साथ भारतीय स्टेट बैंक के खाताधारकों की कुल संख्या 37 करोड़ और उसकी शाखाओं का नेटवर्क 24,000 के आंकड़े को छू जायेगा.

  • देशभर में एसबीआई के 59,000 एटीएम होंगे.

  • मर्जर के बाद बैंक की जमा राशि 26 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा और कर्ज पर दी गई राशि 18.50 लाख करोड़ रुपये होगी.