भारतीय स्टेट बैंक ने कोविड महामारी के दौरान इलाज को लेकर आमजन के सामने इलाज को लेकर आ रही पैसे की कमी देखते हुए एक कोलेट्रल-फ्री लोन स्कीम जारी की है जिसे कवच पर्सनल लोन का नाम दिया गया है. इसमें कस्टमर को पांच लाख रूपये तक का लोन दिया जाएगा. इसमें ब्याज दरों को भी कम रखा गया है. एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारी ने कहा कि “ एसबीआई इस स्कीम को लॉंच करके काफी खुश है क्योंकि इससे आम भारतीय सुविधा लेकर अपना और अपने परिवार का कोविड इलाज कराने में सक्ष्म हो सकेगा”.


कई तरह की सुविधाएं रखी गई हैं बैंक की तरफ से


बैंक ने सुनिश्चित किया कि कवच पर्सनल लोन लेने के लिए किसी भी तरह का असेट जमा नहीं करना होगा. स्कीम के तहत पांच लाख रूपये का लोन पांच साल तक के लिए दिया जाएगा. इसमें कम से कम 25 हजार का लोन लिया जा सकता है जिसकी ब्याज दर 8.5% होगी. कम ब्याज दर और सुविधाजनक अवधि के अलावा लोन लेने के बाद तीन महीने के  लोन मोरेटोरियम समय का प्रावधान  भी होगा. बैंक का कहना है कि ये सुविधा काफी अच्छी है क्योंकि इस पर्सनल लोन को काफी कम ब्याज दर के साथ  कोलेट्रल-फ्री केटेगरी में रखा गया है.


कौन होंगे पात्र, कैसे करें एप्लाई


सैलरी या फिर नॉन सैलरीड और पेंशनभोगी इस स्कीम से लाभ उठाने के पात्र होंगे. कवच पर्सनल लोन लेने के लिए एसबीआई की ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन दिया जा सकता है. बैंक का कहना है कि उसका एक मात्र लक्ष्य महामारी से जूझ रहे लोगों की आर्थिक परेशानी में सहयोगी देना है.


कोविड इलाज का खर्च बोझ बनकर आया था


कोविड की पहली लहर हो या फिर दूसरी लहर, इस समस्या से जो भी पीड़ित हुआ उसके या फिर उसके परिवार के समाने आर्थिक परेशानी देखने को मिली. ये बीमारी किसी को भी हो सकती है जिसमें कम आय वर्ग वाले लोग भी शामिल थे. ऐसे में उनके सामने पैसे का इंतजाम करना काफी मुश्किल हो रहा था. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कोविड लोन बुक का अनुसरण करके एसबीआई ने ये स्कीम तैयार की है. बैंको ने आरबीआई लिक्विडिटी लोन बुक स्कीम के तहत तीन तरह की कोविड बुक तैयार करने के लिए तीन तरह के सेट बनाए. जिसमें ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए हैल्थकेयर बिजनेस लोन, हैल्थक्योर फेसीलिटीज के लिए लोन और कोविड इलाज के लिए अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन. ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर ब्याज दर 7.5% रखी गई है.