SBI MCLR Hike: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) ने अपने करोड़ों ग्राहकों को झटका दिया है. बैंक ने अपनी एक साल की अवधि के लोन पर मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स यानी एमसीएलआर (MCLR) बढ़ाने का फैसला किया है. बैंक ने अपने 1 साल के MCLR पर 10 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है. पहले यह 8.40 फीसदी था जो अब बढ़कर 8.50 फीसदी हो जाएगा. स्टेट बैंक (State Bank of India MCLR) ने यह एलान किया है कि नई दरें रविवार यानी 15 जनवरी, 2023 से लागू हो जाएगी. इस बढ़ोतरी के बाद ग्राहकों पर होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन और पर्सनल लोन आदि जैसे कई लोन की ईएमआई का बोझ बढ़ेगा.
MCLR में हुई 10 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी
SBI की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, बैंक ने केवल अपने 1 साल के MCLR पर बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. पहले बैंक 1 साल के MCLR पर 8.30 फीसदी ब्याज दर ऑफर कर रहा था जो अब बढ़कर 8.40 फीसदी हो गया है. वहीं, एक दिन का MCLR 7.85 फीसदी है, 3 से 6 महीने का MCLR 8.00 फीसदी है, 6 महीने का MCLR 8.30 फीसदी है, 2 साल का MCLR 8.50 फीसदी और 3 साल का MCLR 8.60 फीसदी है.
क्या होता MCLR?
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (Marginal Cost of Lending Rates) यानी MCLR एक मिनिमम ब्याज है, जिस पर बैंक ग्राहकों को लोन ऑफर करते हैं. रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने MCLR को साल 2016 में पेश किया था. MCLR रेट बैंकों की ओर से निर्धारित किया जाता है. इसके घटने और बढ़ने पर लोन की ईएमआई पर सीधा फर्क पड़ता है.
बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी बढ़ाया MCLR
स्टेट बैंक के अलावा देश का बड़ा पब्लिक सेक्टर बैंक यानी बैंक ऑफ इंडिया (Bank of Baroda) ने भी अपने MCLR में 35 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा किया है. नई दरें 12 जनवरी, 2023 से लागू हो चुकी है. इस बढ़ोतरी के बाद बैंक ओवरनाइट लोन पर 7.85 फीसदी, 1 महीने पर 8.15 फीसदी. 3 महीने पर 8.25 फीसदी, 6 महीने पर 8.35 फीसदी और 1 साल पर 8.50 फीसदी MCLR का ऑफर मिल रहा है.
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