Bank Results: SBI को हुआ बंपर मुनाफा, इन 2 बैंकों ने पेश किए नतीजे, जानें कितना रहा NPA, पढ़ें पूरी डिटेल
SBI ने अब तक का सबसे अधिक Q2 Results मुनाफा 74 फीसदी दर्ज किया है. बैंक ऑफ बड़ौदा के मुनाफे में भी 59 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. वहीं, पंजाब एंड सिंध बैंक का मुनाफा दूसरी तिमाही में 27 फीसदी उछला है.
Public Sector Bank Q2 Results : देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) ने दूसरी तिमाही का रिजल्ट (SBI Q2 Results) जारी कर दिया है. SBI को दूसरी तिमाही में बंपर मुनाफा हुआ है. साथ ही कुछ सरकारी बैंकों ने दूसरी तिमाही में जमकर धूम मचाई है. कई सरकारी बैंकों के रिजल्ट (Public Sector Bank Results) शनिवार को जारी हो गए हैं. वही दूसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर महीने में इन बैंकों ने शानदार मुनाफा कमा कर दिया है.
इन बैंकों में कितना रहा मुनाफा
SBI ने अब तक का सबसे अधिक तिमाही मुनाफा 74 फीसदी अधिक दर्ज किया है. बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) के मुनाफे में भी 59 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. वहीं, पंजाब एंड सिंध बैंक (Punjab And Sind Bank) का मुनाफा दूसरी तिमाही में 27 फीसदी उछला है.
SBI को हुआ बंपर मुनाफा
SBI को दूसरी तिमाही (SBI Q2 Results) में बंपर मुनाफा हुआ है. एसबीआई (SBI) ने चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में एकल आधार पर 13,265 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 74 फीसदी अधिक है. वही दूसरी तिमाही में बैंक की कुल आय भी बढ़कर 88,734 करोड़ रुपये हो गई. यह 1 साल पहले की समान तिमाही में 77,689.09 करोड़ रुपये थी. पिछली तिमाही में एसबीआई की शुद्ध ब्याज आय 13 फीसदी बढ़कर 35,183 करोड़ रुपये हो गई. जबकि 1 साल पहले यह 31,184 करोड़ रुपये थी.
NPA में आई गिरावट
आपको बता दें कि जुलाई से सितंबर तिमाही में SBI बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) घटकर सकल अग्रिम का 3.52 फीसदी रह गईं हैं. जबकि 1 साल पहले की इसी तिमाही में यह 4.90 प्रतिशत थी. शुद्ध एनपीए यानी फंसे कर्जों का अनुपात भी घटकर कुल अग्रिम का 0.80 प्रतिशत रह गया हैं. 1 साल पहले की समान अवधि में यह अनुपात 1.52 फीसदी था.
Bank Of Baroda Q2 Results
बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) ने शनिवार को दूसरी तिमाही का परिणाम (Q2 Results) जारी किया है. बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 59 फीसदी बढ़कर 3,313 करोड़ रुपये हो गया है. बैंक का कहना हैं कि फंसे कर्ज में कमी आने और ब्याज से प्राप्त आय बढ़ने से उसका लाभ बढ़ा है. पिछले वर्ष की समान तिमाही में बैंक को 2,088 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था.
Bank Of Baroda को 34.5 फीसदी हुआ मुनाफा
बैंक ऑफ़ बड़ौदा (Bank Of Baroda) की कुल आय वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 23,080.03 करोड़ रुपये हो गई. यह पिछले वर्ष 20,270.74 करोड़ रुपये थी. इसकी शुद्ध ब्याज आय भी 34.5 फीसदी बढ़कर 10,714 करोड़ रुपये हो गई हैं.
BOB का देखें NPA
बैंक ऑफ़ बड़ौदा बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (NPA) सितंबर 2022 के अंत में घटकर सकल अग्रिम का 5.31 फीसदी रह गईं. ये एक साल पहले समान अवधि में 8.11 फीसदी थीं. वहीं बैंक का शुद्ध एनपीए भी 2.83 फीसदी से घटकर 1.16 फीसदी रह गया. इसकी वजह से फंसे कर्ज और आकस्मिक परिस्थितियों के लिए प्रावधान समीक्षाधीन तिमाही में घटकर 1,627.46 करोड़ रुपये रह गया. पिछले वर्ष समान तिमाही में यह 2,753.59 करोड़ रुपये था.
BOB का बढ़ा ब्याज
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन बढ़कर 3.33 फीसदी और पूंजी पर्याप्तता अनुपात 15.55 फीसदी से घटकर 15.25 फीसदी रह गया हैं. बैंक ऑफ बड़ौदा का शुद्ध लाभ एक साल पहले की सितंबर तिमाही के 2,168 करोड़ रुपये से बढ़कर चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 3,400 करोड़ रुपये हो गया है.
Punjab And Sind Bank Q2 Results
पंजाब एंड सिंध बैंक ने दूसरी तिमाही का रिजल्ट (Punjab And Sind Bank Q2 Results) जारी कर दिया है. बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 27 प्रतिशत बढ़कर 278 करोड़ रुपये हो गया हैं. पीएसबी (PSB) का कहना हैं कि जुलाई-सितंबर तिमाही में फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान की जरूरत घटने से उसके लाभ में वृद्धि हुई हैं. 1 साल पहले की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 218 करोड़ रुपये रहा था.
PSB की बढ़ी इनकम
बैंक की दूसरी तिमाही में कुल आय भी बढ़कर 2,120.17 करोड़ रुपये हो गई. जबकि पिछले 1 साल की समान अवधि में यह 1,974.78 करोड़ रुपये रही थी. वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में पीएसबी (PSB) की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) घटकर सकल अग्रिम के 9.67 प्रतिशत पर आ गईं हैं. पिछले साल यह अनुपात 14.54 प्रतिशत रहा था. PSB बैंक का शुद्ध NPA घटकर 2.24 प्रतिशत हो गया हैं. पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत में यह 3.81 प्रतिशत था. बैंक का वित्तीय प्रावधान घटकर 125 करोड़ रुपये रह गया हैं. जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 203 करोड़ रुपये रहा था.
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