नई दिल्लीः देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कर्ज पर ब्याज दर में 0.15 फीसदी कटौती की घोषणा की. रिजर्व बैंक के प्रमुख नीतिगत दर में 0.35 फीसदी की कटौती के बाद बैंक ने यह कदम उठाया. एसबीआई ने सभी अवधि के कर्ज पर ब्याज दर में कटौती की है. यह कटौती 10 अगस्त से प्रभाव में आएगी.


स्टेट बैंक ने एक बयान में कहा कि इस कटौती के बाद एक साल की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर-मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिंग रेट (एमसीएलआर) 8.40 फीसदी से घटकर 8.25 फीसदी सालाना पर आ गयी है. इस कटौती के बाद बैंक की रेपो से जुड़ी ब्याज दर (आरएलएलआर) नौ सितंबर से ‘कैश क्रेडिट एकाउंट’ (सीसी) / ओवरड्राफ्ट (ओडी) ग्राहकों के लिये 7.65 फीसदी रह जायेगी.


इस कटौती के बाद बैंक का होम लोन अप्रैल के बाद से 0.35 फीसदी सस्ता हो चुका है. बैंक एक जुलाई 2019 से होम लोन की पेशकश रेपो आधारित ब्याज दर पर कर रहा है.


इससे पहले आज भारतीय रिजर्व बैंक ने उम्मीद के मुताबिक कदम उठाते हुये प्रमुख नीतिगत दर रेपो रेट में 0.35 फीसदी की कटौती कर दी. यह लगातार चौथा मौका है जब रेपो दर में कमी की गयी है. इस कटौती के बाद रेपो दर 5.40 फीसदी रह गयी. अर्थव्यवस्था की धीमी पड़ती चाल को गति देने के लिये रिजर्व बैंक ने ये कदम उठाया है. लगातार चौथी बार नीतिगत दर में कटौती से बैंक कर्ज सस्ता होने और होम लोन, कार लोन की मासिक किस्तें (ईएमआई) कम होने के साथ साथ कंपनियों के लिये कर्ज सस्ता होने की उम्मीद है और एसबीआई के साथ इसकी शुरुआत भी हो गई है.


RBI ने रेपो रेट 0.35% घटाकर 5.40 फीसदी किया, होम लोन-कार लोन सस्ता होने की उम्मीद

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