State Bank Of India: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank Of India) ने इन खबरों का खंडन किया है कि रूस (Russia) से जुड़े ट्रांजैक्शन हैंडल करने के लिए उसे नोडल बैंक ( Nodal Bank) के तौर पर नियुक्त किया गया है. 15 सितंबर, 2022 को एसबीआई ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि नोडल बैंक जैसी उसकी कोई भूमिका नहीं है.
आरबीआई द्वारा जुलाई महीने में जारी किए गए सर्कुलर जिसमें रूस-यूक्रेन युद्ध के हालात के मद्देनजर भारतीय करेंसी रुपये में एक्सपोर्ट - इंपोर्ट के सेंटलमेंट को पूरा करने, पेमेंट और इनवॉयसिंग को लेकर स्पेशल एरेंजमेंट करने के लिए कहा गया था. इसी का हवाला देते हुए एसबीआई ने कहा कि आरबीआई ने एसबीआई समेत सभी बैंकों को स्पेशल रुपये वोस्त्रो अकाउंट (Special Rupee Vostro Account) खोलने के लिए कहा था जिससे भारतीय करेंसी में Invoicing को बढ़ावा दिया जा सके.
एसबीआई ने कहा कि आरबीआई के पॉलिसी और गाइडलाइंस का पालन करते हुए वो रूस के बैंकों समेत अन्य बैंकों से मिले अनुरोध के बाद इस दिशा में जरुरी व्यवस्था करने में जुटा है. लेकिन एसबीआई ने ये भी साफ किया कि उसे कोई नोडल बैंक नहीं बनाया गया है.
दरअसल आरबीआई ने 11 जुलाई, 2022 को भारत से किए जाने एक्सपोर्ट का भुगतान रुपये में सेटलमेंट करने की व्यवस्था बनाई थी. दुनिया भर के देशों के साथ रुपये में इंटरनेशनल ट्रेड को बढ़ावा देने के मकसद से आरबीआई ने ये व्यवस्था बनाई है जिससे ग्लोबल ट्रेडिंग कम्यूनिटी के बीच देसी करेंसी रुपये में ट्रेडिंग के प्रति आकर्षण पैदा किया जा सके.
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