नई दिल्लीः एसबीआई की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि बड़ी मात्रा में डिपॉजिट के चलते रेट कट हुए है. एक अवधारणा है कि बड़ी मात्रा मे पैसे बैंक से निकाले जाएंगे, लेकिन पिछले समय 50 दिनों मे हमने देखा कि ऐसा नहीं हुआ है. ऐसे में हम मानते हैं कि लोग पैसे निकालेंगे लेकिन ज़्यादा नहीं निकालेंगे. बैंक कुछ समय तक राह देखेंगे.
- एसबीआई अफोर्डेबल लोन लेकर आया है. 30 लाख रुपये तक 8.5 फीसदी में लोन होगा. 2 साल के बाद इसके रेट बाजार रेट के जितने होंगे.
- एसबीआई नया लोन लाई है जिसकी दर 8.6 फीसदी होगी जिससे 2332 रुपये प्रति साल बचेंगे. 30 साल में लोगों के 8 लाख रुपए बचेंगे.
- एसबीआई कारोबार के लिए तैयार है और पुराने ग्राहकों को नए दरों का लाभ लेने के लिए स्विचिंग फीस भरनी होगी.
- 8.5 लाख करोड़ रुपये इस समय बतौर कैश बाजार में है. जैसे ही 10 लाख करोड़ तक ये आंकडा पहुंचेगा परिस्थिति सामान्य हो जाएगी.
- जनवरी के अंत तक डिनोमिनेशन की समस्या कम होगी. क्योंकि 500 के नोट बड़े पैमाने पर आएंगे.
- मार्च तक पता चलेगा कि लोग अपना पैसा बैंक में रख रहे हैं या नहीं. यदि रखते हैं तो बैंक खाते में, एफडी में या अन्य जगह पर. इसी के आधार पर हम मार्च तक तय करेंगे की नई दर क्या होगी. सरकार ने जो फैसले लिए है इससे यह बात साफ होती है कि विकास का लाभ सभी तबके के लोगों को होगा.
- एसबीआई ने बिल्डर्स के साथ बैठक की है. हम इस सेक्टर को आगे बढ़ाने के लिए कोशिश कर रहे हैं. लेकिन इस सेक्टर को आगे बढ़ाने के लिए कई और कदम उठाने जरुरी हैं.
- एसबीआई ब्रीज लोन एक एसा लोन होगा जिसमें लोगों को यदि बड़ा घर ख़रीदना है तो हम पुराने घर के आधार पर लोन मिलेगा और आप नया घर खरीदिए. 2 साल मे पुराना घर बेचिए और पैसे वापस चुकाइए.
- इन्स्टा लोन मिलेगा. आपको मौजूदा लोन के अलावा ज़्यादा लोन चाहिए तो टॉप-अप मिलेगा.
- 88-90 फीसदी एटीएम चल रहे हैं. 49000 एटीएम में से 42000 एटीएम चल रहे हैं. एटीएम में 4 कैसेट होते है. हम एक कैसेट में 2000 रुपये, 2 कैसेट में 500 रुपये और 1 कैसेट में 100 रुपये के नोटों को डाल रहे हैं.
- 170 करोड़ रुपये का पहले कारोबार होता था जो अब बढ़कर 650 करोड़ रुपये का कारोबार हो चुका है.
- डेबिट कार्ड का रोज़ाना आंकडां देखें तो पहले 4 लाख स्वाइप रोज़ होते थे अब 20 लाख स्वाइप पीओएस मशीन पर हो रहे हैं जो एक रिकॉर्ड है.
- 75000 रोजाना एसबीआई बडी के कस्टमर बढ़ रहे हैं. अब तक 7.5 मिलियन रोज एसबीआई बडी के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं.
- एसबीआई ने सरकार को सुझाव दिया है कि उन कंपनियों पर विशेष कैश ट्रान्जेक्शन टैक्स लगाया जाए जिनका कारोबार एक आंकड़े के ऊपर हो.