Upcoming IPO: साल 2024 की शुरुआत से आईपीओ बाजार रौशन है. न सिर्फ मेनबोर्ड बल्कि एसएमई आईपीओ भी लगातार बाजार में आ रहे हैं. साल 2023 की तरह इस साल भी आईपीओ को निवेशकों से तगड़ा रिस्पोंस मिल रहा है. फिलहाल कई आईपीओ प्रस्ताव बाजार नियामक सेबी के पास विचार के लिए पड़े हुए हैं. इनमें से कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक (Capital Small Finance Bank), विभोर स्टील (Vibhor Steel Tubes) और क्रिस्टल इंटीग्रेटेड सर्विसेज (Krystal Integrated Services) को सेबी से मंजूरी भी मिल गई है.
एक साल के अंदर आईपीओ लाएंगी तीनों कंपनियां
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक को 8 जनवरी, क्रिस्टल इंटीग्रेटेड सर्विसेज को 11 जनवरी और विभोर स्टील को 12 जनवरी को सेबी से आईपीओ लाने की मंजूरी मिली है. कंपनियों के आईपीओ बाजार से 691.47 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश करेंगे. आशा जताई जा रही है कि ये तीनों कंपनियां एक साल के अंदर अपने आईपीओ बाजार में उतार सकती हैं. आइए एक नजर तीनों कंपनियों के आईपीओ पर डाल लेते हैं.
कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक आईपीओ
कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक का आईपीओ 450 करोड़ रुपये का है. इसमें 24.12 लाख शेयर जारी किए जाएंगे. इनमें फ्रेश इक्विटी शेयर और ओएफएस शामिल है. स्मॉल फाइनेंस बैंक में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 24.01 फीसदी है. कंपनी की 75.99 फीसदी हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास हैं. ओमान इंडिया ज्वाइंट इन्वेस्टमेंट फंड 9.47 फीसदी हिस्सेदारी के साथ बैंक में सबसे बड़ा शेयरहोल्डर है. नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट, डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स और इक्विरस कैपिटल को इश्यू के लिए मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया गया है.
क्रिस्टल इंटीग्रेटेड सर्विसेज आईपीओ
कंपनी का आईपीओ 175 करोड़ रुपये का होगा. इसमें फ्रेश इश्यू और प्रमोटर क्रिस्टल फैमिली होल्डिंग्स द्वारा 17.5 लाख इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल भी शामिल है. आईपीओ के पैसों में से 100 करोड़ रुपये पूंजी जरूरतों पर खर्च किए जाएंगे. इसके अलावा कर्ज चुकाने और नई मशीनरी की खरीद के लिए भी पैसा इस्तेमाल होगा. प्रमोटर प्रसाद मिनेश लाड, नीता प्रसाद लाड, सैली प्रसाद लाड और शुभम प्रसाद क्रिस्टल फैमिली होल्डिंग्स के मालिक हैं. इंगा वेंचर्स इस आईपीओ का मर्चेंट बैंकर होगा.
विभोर स्टील ट्यूब्स आईपीओ
स्टील पाइप और ट्यूब प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी विभोर स्टील ट्यूब्स आईपीओ के जरिए 66.47 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. यह फ्रेश इश्यू होगा. कंपनी आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल और अन्य कॉरपोरेट जरूरतों के लिए करेगी. हरियाणा स्थित कंपनी भारत में विभिन्न भारी इंजीनियरिंग उद्योगों के लिए स्टील पाइप और ट्यूब का निर्माण और निर्यात करती है. खंबाटा सिक्योरिटीज इस इश्यू का एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर है.
ये भी पढ़ें
Global Ratings Agency: फिच ने बरकरार रखी भारत की रेटिंग, सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी बना रहेगा इंडिया