SEBI On IPO: क्या आईपीओ में खुद निवेश करती हैं सेबी चीफ? रिटेल निवेशकों को दी ये बड़ी सलाह
Madhabi Puri Buch: सेबी चीफ ने कहा कि आईपीओ के महंगे प्राइसिंग का रेग्यूलेटर ने संज्ञान लिया है और इसका समाधान निकालने का उन्होंने भरोसा दिया है.
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SEBI Chief On IPO: साल 2023 आईपीओ मार्केट के लिए बेहद शानदार रहा है. मौजूदा वर्ष में स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने वाली ज्यादातर कंपनियों ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न दिया है. इस हफ्ते भी टाटा टेक से लेकर इरेडा जैसी कंपनियों के आईपीओ की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग होने वाली है जिसका निवेशकों को बेसब्री से इंतजार है. पर इतने सारे आईपीओ लॉन्च होने के बीच निवेशकों में भ्रम की भी स्थिति है कि किस आईपीओ में पैसा लगाया जाए. ऐसे में सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच ने रिटेल निवेशकों को आईपीओ में निवेश करने को लेकर खास नसीहत दी है. साथ ही सेबी चीफ ने बताया कि वे खुद आईपीओ में निवेश करना पसंद नहीं करती हैं.
क्या सेबी चीफ आईपीओ लगाती हैं पैसा?
दरअसल एक कार्यक्रम में माधबी पुरी बुच से आईपीओ लाने वाली कंपनियों द्वारा शेयरों के महंगे प्राइस बैंड और शेयर के भाव तय करने के दौरान पारदर्शिता के अभाव को लेकर सवाल पूछा गया. इस सवाल का जवाब देते हुए सेबी चीफ ने कहा, सेबी प्रमुख होने के नाते उन्हें आईपीओ में निवेश की इजाजत नहीं है. उन्होंने बताया कि उन्हें आईपीओ में निवेश किए हुए सदियां हो गई और उन्हें याद नहीं पिछली बार उन्होंने कब आईपीओ में निवेश किया था. लेकिन आईपीओ के महंगे प्राइस बैंड पर सेबी चीफ ने कहा कि हम इसका समाधान जरुर निकालेंगे. उन्होंने कहा कि हम इसके तौर तरीकों की समीक्षा करेंगे.
रिटेल निवेशकों को गुरुमंत्र
आईपीओ में निवेश करने वाले छोटे निवेशकों को नसीहत देते हुए माधबी पुरी बुच ने कहा, जो रिटेल निवेशक हैं जिन्हें कम मात्रा में शेयर खरीदने हैं उनके लिए बेहतर रणनीति है कि पहले आईपीओ को वेआने दें, स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के बाद स्टॉक प्राइस को सेटल होने दें. एक दो तिमाही तक कंपनी के वित्तीय नतीजों को देखें और अगर उन्हें लगता है कि कंपनी बेहतर इंडस्ट्री में है और आगे बढ़ने की भरपूर क्षमता है तो सेकेंडरी मार्केट के जरिए कंपनी के शेयर खरीदकर कर निवेश करें. उन्होंने कहा कि आईपीओ का साइज बहुत छोटा होता है ऐसे में ये जरुरी नहीं है कि आईपीओ के जरिए ही कंपनी में निवेश किया जाए.
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