SEBI: सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच आज गुरुवार को संसद की पब्लिक अकाउंट कमिटी (पीएसी) के सामने पेश होंगी. सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर अमेरिका के शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के लगाए गए आरोपों के जवाब देने के बाद भी सेबी अध्यक्ष के लिए ये बैठक काफी अहम हो जाती है और इसमें काफी हंगामा होने के आसार हैं. दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने पीएसी के अध्यक्ष और कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल पर सेबी चीफ के खिलाफ अपने राजनीतिक हित के चलते उनके खिलाफ ही रुख अपनाने का आरोप लगाया है. बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि पीएसी प्रमुख और सांसद केसी वेणुगोपाल कांग्रेस के राजनीतिक फायदे के लिए माधबी पुरी बुच के खिलाफ पीएसी कमिटी की मीटिंग में सख्त रुख अपना सकती है.


गुरुवार की बैठक का एजेंडा क्या है?


गुरुवार की बैठक के एजेंडे में वित्त मंत्रालय और सेबी के रिप्रेजेंटेटिव के मौखिक सबूतों को शामिल किया जाएग. चूंकि संसदीय समिति के फैसले का ज्यादातर हिस्सा पीएसी के लिए तय किए संसद के अधिनियम के तहत आने वाले प्रदर्शनों के आधार पर होगा, लिहाजा इसको समीक्षा के लिए देखा जाएगा. इसके साथ ही टेलीकम्यूनिकेशन मिनिस्ट्री के रीप्रेजेंटेटिव और टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी ट्राई के प्रतिनिधियों के बताए जाने वाले मौखिक सबूतों को भी इस बैठक के तहत शामिल किया जाएगा. 


क्यों है बैठक पर नजरें


संसद के अधिनियम के तहत बनाई गई पीएसी के सामान्य कार्यों का देश की रेगुलेटरी बॉडीज यानी नियामक संस्थाओं का परफॉरमेंस रिव्यू भी शामिल है. इस पर सभी की सहमति भी है. इसके बावजूद आज की बैठक को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं क्योंकि कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल ने माधबी पुरी बुच को पीएसी के सामने खुद पेश होने की बात पर दोर दिया था. हिंडनबर्ग के सेबी प्रमुख माधबी पुरी पर लगाए गए आरोपों के बाद इस तरह की कार्रवाई को लेकर शंकाएं हो रही हैं. सेबी चीफ पर अडानी समूह या उसके मालिकों से जुड़ी कंपनियों में हिस्सा रखने का आरोप लगाया गया था और कहा गया था कि इसी कारण से अडानी समूह के खिलाफ जांच में सेबी ने नरमी बरती.


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