SEBI News: भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने शेयर बाजारों, डिपॉजिटरी और समाशोधन निगमों (क्लियरिंग कॉरपोरेशन) को निर्देश दिया है कि वे अपनी वेबसाइट पर उनके खिलाफ प्राप्त शिकायतों और उनके निवारण का ब्योरा डालें. ये कदम सेबी ने इसलिए उठाया है क्योंकि निवेशक शिकायत निपटान तंत्र में पारदर्शिता लाने की लंबे समय से कोशिश की जा रही थी.
7 दिसंबर 2021 है तारीख
सेबी ने एक परिपत्र में कहा कि उन्हें इसके बारे में अगले महीने की सातवीं तारीख तक इस ब्योरे का खुलासा करना होगा. इसके अलावा नियामक ने उनकी वेबसाइटों पर शिकायतों के आंकड़ों को जारी करने के लिए एक प्रारूप भी निर्धारित किया है. प्रकटीकरण के तहत इन संस्थाओं को उस महीने के दौरान प्राप्त शिकायतों, आगे बढ़ाई गई शिकायतों, तीन महीने से अधिक समय से लंबित शिकायतों और शिकायत के समाधान में लगने वाले औसत समय के बारे में खुलासा करना होगा.
एक जनवरी 2022 से लागू होंगे प्रावधान
इस परिपत्र के प्रावधान एक जनवरी, 2022 से लागू होंगे. गौरतलब है कि मंगलवार को सेबी ने मर्चेंट बैंकरों से कहा था कि वे अपनी वेबसाइट पर प्राप्त शिकायतों से संबंधित निवेशक चार्टर और ब्योरे का खुलासा करें.
सेबी ने स्टॉक एक्सचेंजों, डिपॉजिटरी और क्लियरिंग कॉरपोरेशंस को उनके खिलाफ प्राप्त शिकायतों और उनके निवारण के बारे में मासिक आधार पर डेटा का खुलासा करने का निर्देश देकर साफ कर दिया है कि वो बाजार नियामक के रूप में निवेशक शिकायत निवारण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए हरसंभव फैसले ले रहा है.
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