SEBI IPO Rule: आईपीओ लाने वाली कंपनियों पर सख्त हुआ सेबी, लौटाए गए इतनों के ड्राफ्ट
SEBI IPO Clearance Rule: साल 2021 के दौरान आईपीओ मार्केट में बूम रहा था, लेकिन उसके बाद कई नई कंपनियों के आईपीओ में निवेशकों ने अपनी मोटी कमाई और बचत गंवाई...
SEBI IPO New Rules: बाजार नियामक सेबी (SEBI) अब कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी देने में सख्ती बरतने लगा है. पिछले कुछ समय के दौरान कई नई कंपनियों के आईपीओ (IPO) में निवेशकों के पैसे डूबने के बाद सेबी ने यह कदम उठाया है. इस कारण पिछले दो महीने के दौरान करीब 6 कंपनियों के आईपीओ ड्राफ्ट पेपर (IPO DRHP) लौटाए गए हैं.
डीआरएचपी में करने होंगे बदलाव
न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक खबर के अनुसार, बाजार नियामक ने जिन 06 कंपनियों के ड्राफ्ट पेपर को लौटाया है, उनमें ओरावेल स्टेज (Oravel Stays) का भी नाम शामिल है. यह कंपनी ओयो नाम से हॉस्पिटलिटी चेन का परिचालन करती है. सेबी ने सभी कंपनियों को कहा है कि वे फिर से अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेक्ट्स फाइल करें. कंपनियों को अपने डीआरएचपी में कुछ बदलाव करने के लिए भी कहा गया है.
लौटाए गए इन कंपनियों के पेपर
खबर के अनुसार, जिन कंपनियों के डीआरएचपी लौटाए गए हैं, उनमें ओरावेल स्टेज के अलावा कनाडा के फेयरफैक्स समूह से समर्थन प्राप्त गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड (Go Digit General Insurance Ltd), घरेलू मोबाइल कंपनी लावा इंटरनेशनल (Lava International), बी2बी पेमेंट्स एंड सर्विस प्रोवाइडर पेमेट इंडिया (Paymate India), फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक इंडिया (Fincare Small Finance Bank India) और इंटीग्रेटेड सर्विसेज कंपनी बीवीजी इंडिया जैसे नाम शामिल हैं.
इतनी रकम जुटाने की थी तैयारी
इन कंपनियों ने सितंबर 2021 से मई 2022 के दौरान सेबी को अपना-अपना डीआरएचपी सौंपा था. वहीं सेबी ने इनके प्री-आईपीओ पेपर्स को इस साल जनवरी से 10 मार्च तक के दौरान लौटाया है. ये कंपनियां आईपीओ से कुल मिलाकर 12,500 रुपये से ज्यादा की रकम जुटाने की तैयारी में थी.
इन कारणों से हुआ ये असर
साल 2021 में आईपीओ मार्केट में जबरदस्त तेजी देखी गई थी. शेयर बाजार की रैली का सहारा लेकर कई कंपनियां आईपीओ लेकर आई थी. हालांकि बाद में इनमें से ज्यादातर ने इन्वेस्टर्स को निराश किया, जिनमें कई बड़े नाम भी शामिल थे. इसके बाद सेबी आईपीओ की मंजूरी देने में देरी करने लगा. पिछले साल यानी 2022 में सेबी को आईपीओ के डीआरएचपी को मंजूर करने में औसतन 115 दिन का समय लगा था.
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